यूनिवर्सिटी के कुलपति नहीं अब कुलगुरु कहिए जनाब- प्रस्ताव को मंजूरी
पदनाम कुलपति की जगह कुलगुरु नाम रखने का फैसला लिया है।;
नई दिल्ली। राजधानी के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी डिग्री, सर्टिफिकेट एवं एकेडमिक रिकॉर्ड में यूनिवर्सिटी के सबसे बड़े अधिकारी का पदनाम कुलपति की जगह कुलगुरु नाम रखने का फैसला लिया है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से की गई नई व्यवस्था के अंतर्गत अब यूनिवर्सिटी के सबसे बड़े अधिकारी यानी कुलपति को कुलगुरु कहा जाएगा।
यूनिवर्सिटी के कुलपति को कुलगुरु कहे जाने का फैसला अप्रैल महीने में आयोजित की गई जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की बैठक में लिया गया था।
यह फैसला राजस्थान में लिए गए एक फैसले को देखकर किया गया है, जिसमें राजस्थान ने फरवरी 2025 में यूनिवर्सिटी के कुलपति एवं कुलपति के स्थान पर दोनों को कुलगुरु एवं प्रतिकुलगुरु शब्द अपनाने के लिए एक संशोधन पारित किया था, जिसे मार्च महीने में मंजूरी दी गई थी।
अब राजस्थान की राह पर चलते हुए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की ओर से सभी डिग्री, सर्टिफिकेट एवं एकेडमिक रिकॉर्ड में कुलपति की जगह कुलगुरु नाम रखने का फैसला किया है।