चेनाब नदी पर भारत ने शुरू की 1856 मेगावाट की सावलकोट परियोजना
1856 मेगावाट की सावलकोट पन बिजली परियोजना के लिए टेंडर जारी किए हैं।;
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सिंधु और चेनाब नदियों के पानी को लेकर हुए समझौते को ठंडे बस्ते में डालकर पाकिस्तान को पानी के लिए तरसाने वाली भारत सरकार ने अब जम्मू कश्मीर के रामबन और उधमपुर जनपद में चेनाब नदी पर 1856 मेगावाट की सावलकोट पन बिजली परियोजना के लिए टेंडर जारी किए हैं।
भारत सरकार की ओर से वर्ष 1984 में प्रस्तावित जम्मू कश्मीर के रामबन और उधमपुर जनपद में चेनाब नदी पर 1856 मेगावाट की सावलकोट पन बिजली परियोजना के लिए टेंडर जारी किए हैं। यह प्रोजेक्ट अभी तक पाकिस्तान की आपत्तियों के चलते रुका हुआ था।
लेकिन पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों हुए आतंकी हमले के बाद अब भारत ने सिंधु जल समझौते को ठंडे बस्ते में डालते हुए इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया है।
चेनाब नदी पर 1856 मेगा वाट की सावलकोट पन बिजली परियोजना के कंप्लीट होने पर हर साल तकरीबन 7995 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा, जिससे उत्तर भारत में बिजली की कमी दूर होगी और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
एनएचपीसी द्वारा तैयार किए जाने वाले इस प्रोजेक्ट को 113 महीने के भीतर पूरा किया जाएगा।