कांवड़ यात्रा पर गुलदार के हमले का खतरा-कांवड़ यात्रा मार्ग पर तैनात.
इस मर्तबा श्रावण मास 11 जुलाई से आरंभ हो रहा है, जिसके चलते श्रावण मास की कांवड़ यात्रा- 2025 का विधिवत रूप से आगाज हो जाएगा।
बिजनौर। अनौपचारिक रूप से आरंभ हो चुकी श्रावण मास- 2025 की कांवड़ यात्रा पर इस मर्तबा जनपद में गुलदार के हमले का खतरा बुरी तरह से मंडरा रहा है। ऐसे में कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए कांवड़ यात्रा मार्ग पर वन विभाग के अमले की तैनाती की तैयारी की जा रही है। गुलदार देखने तक की सूचना पर यह कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचेंगे।
इस मर्तबा श्रावण मास 11 जुलाई से आरंभ हो रहा है, जिसके चलते श्रावण मास की कांवड़ यात्रा- 2025 का विधिवत रूप से आगाज हो जाएगा। हालांकि अनौपचारिक रूप से शुरू हो चुकी श्रावण मास- 2025 की कांवड़ यात्रा पर दूर दराज के इलाकों में भारी भरकम कांवड़ लेकर जाने वाले युवाओं की यात्रा का सिलसिला शुरू हो चुका है। उधर जनपद बिजनौर में तकरीबन 400 से भी अधिक गुलदार खतरा बनकर चारों तरफ घूम रहे हैं। कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस, प्रशासनिक विभागों के साथ वन विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है।
भोलेनाथ के भक्तों पर किसी तरह की कोई आंच नहीं आए इसके लिए वन विभाग की ओर से शुरू की गई तैयारियों के अंतर्गत सड़क किनारे साईनेज लगाए जाएंगे, इसे लेकर एडीएम प्रशासन भी वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी कर चुके हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान मंडावर, नजीबाबाद, चंदक, कोतवाली देहात, नगीना, गंज, हीमपुर दीपा, चांदपुर, अफजलगढ़, नहटौर, स्योहारा, धामपुर और रेहड आदि स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक भोले के भक्तों के गुजरने वाले रास्तों पर ड्रोन उड़ाया जाएगा और उससे गुलदार की तलाश की जाएगी। गुलदार बाहुल्य रास्तों पर वन विभाग की टीम ड्रोन उड़ा कर पैनी नजर रखेगी।