एंबुलेंस में ब्लास्ट- मरीज की ऐसे बचाई जान- चंद मिनट के भीतर गाड़ी खाक
फिलहाल सभी को दूसरी गाड़ी से बिहार भिजवाया गया है।
गोरखपुर। मरीज और उनके परिजनों को लेकर जा रही एम्बुलेंस अचानक से सड़क पर आग का गोला बन गई, एंबुलेंस में बैठे परिजनों ने मरीज को लेकर गाड़ी से कूदते हुए किसी तरह अपनी जान बचाई। इसी दौरान गाड़ी में रखा ऑक्सीजन सिलेंडर जोरदार धमाके के साथ फट गया, जिससे ओवर ब्रिज पर अफरा तफरी मच गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर एंबुलेंस में लगी आग पर काबू पाया।
बनारस से चलकर 60 वर्षीय मरीज नीलम देवी, जिसका चार दिन पहले एक्सीडेंट हो गया था और उसके पति की मौत हो गई थी, को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद एम्बुलेंस लेकर बिहार जा रही थी।
सोनबरसा ओवर ब्रिज पर पहुंचते ही अचानक गाड़ी में हुए शार्ट सर्किट से आग लग गई। मौत को साक्षात सामने देखकर बुरी तरह से घबराये परिजन महिला को लेकर गाड़ी से कूद गए। अभी वह सुरक्षित स्थान की तरफ जा ही रहे थे कि इसी दौरान गाड़ी में रखा ऑक्सीजन सिलेंडर जोरदार धमाके के साथ फट गया।
धमाके के दौरान मौके पर तमाशा देख रहे बेलवा खुर्द निवासी 28 वर्षीय मोनू पुत्र रामप्रीत सिलेंडर के टुकड़ों की चपेट में आकर घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल हुए युवक को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
इसी बीच घटना की जानकारी पाकर अग्निशमन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। फायर कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन इस दौरान एंबुलेंस जलकर राख हो चुकी थी।
एम्स थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया है कि प्राइवेट एंबुलेंस में एक मरीज और उसके तीन परिजन बनारस से चलकर बिहार के पश्चिमी बेतिया जा रहे थे। गाड़ी में आग लगते ही परिजनों ने महिला मरीज को बाहर निकाल लिया, अन्यथा बड़ी घटना हो सकती थी।
फिलहाल सभी को दूसरी गाड़ी से बिहार भिजवाया गया है।