भैंस बेचने के नाम पर लाखों की ठगी- साइबर पुलिस ने रुपए कराए वापस
साइबर क्राइम मुजफ्फरनगर द्वारा मेहरबान से व्हाट्सएप पर भैंस बेचने के नाम पर हुई 1,21,000 रुपये की साइबर ठगी में से 78 हजार रुपये पीड़ित के खाते में वापस कराए गए
मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में काम कर रही थाना साइबर क्राइम पुलिस ने एक बार फिर से ठगी का शिकार हुए पीड़ित का सहारा बनते हुए उसके खाते में हजारों रुपए की धनराशि वापस कराई है। बड़ी धनराशि वापस आने पर पीड़ित ने साइबर क्राइम पुलिस का आभार व्यक्त किया है।
शुक्रवार को जनपद की थाना साइबर क्राइम पुलिस की ओर से की गई एक बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत जनपद मुजफ्फरनगर में साइबर अपराध एवं अपराधियों पर नियंत्रण हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत पुलिस अधीक्षक अपराध इन्दु सिद्धार्ध के निकट पर्यवेक्षण में थाना साइबर क्राइम जनपद मुजफ्फरनगर द्वारा 01 पीड़ित से व्हाट्सएप पर भैंस बेचने के नाम पर हुई 1,21,000/- रुपये की साइबर ठगी में से 78,000/- रुपये पीड़ित के खाते में वापस कराए गए हैं।
शुक्रवार को इस संबंध में मिल रहे घटनाक्रम के मुताबिक मेहरबान पुत्र सत्तार निवासी काटका थाना जानसठ, मुजफ्फरनगर द्वारा थाना साइबर क्राइम पर लिखित तहरीर देकर अवगत कराया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म व्हाटसअप के माध्यम से भैंस बेचने के नाम पर मेरे साथ अज्ञात द्वारा 1,21,000/- रूपये की साइबर ठगी की गयी है। प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा मु0अ0सं0 31/2025 धारा 318(4) बीएनएस व 66 डी आइटी एक्ट पंजीकृत किया गया।
शुक्रवार को थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही की गई तथा आज पीड़ित के साथ साइबर ठगी कर निकाली गई धनराशि में से 78,000/- रूपये उनके खाते में वापस कराई गई। लगातार बढ़ रहे साइबर ठगी के मामलों को लेकर मुजफ्फरनगर पुलिस ने जनपदवासियों से अपील करते हुए सचेत किया है कि वह प्रलोभन में आकर किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। अपना खाता संख्या, पिन, ओटीपी, सीवीवी नम्बर आदि किसी के साथ साझा न करें। साइबर फ्रॉड/धोखाधडी होने पर तत्काल 1930 पर कॉल करें अथवा मुजफ्फरनगर साइबर सेल 9454401617 या निकटतम थाने पर स्थित साइबर हेल्प सेन्टर से सम्पर्क करें।