पोर्श कार मामला- रईसजादे बिगड़ैल नाबालिग ने कबूला- हादसे की रात नशे में..

पुलिस ने आरोपी की मां की मौजूदगी में नाबालिग से बाल सुधार गृह के भीतर पहुंचकर 1 जून को पूछताछ की थी

Update: 2024-06-02 13:29 GMT

पुणे। पब के भीतर नशे में टल्ली होने के बाद पोर्श कार दौड़ाते हुए दो इंजीनियरों को मौत के घाट उतारने वाले बिगड़ैल नाबालिग ने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में स्वीकार किया है कि दुर्घटना की रात वह नशे में बुरी तरह से टल्ली था। उधर अदालत ने नाबालिग के पिता और उसकी मां को सबूत मिटाने के मामले में 5 जून तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया है।

महाराष्ट्र के पुणे में 18- 19 मई की रात अंजाम दिए गए पोर्श कार मामले के आरोप नाबालिग ने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में इस बात का कबूलनामा किया है कि दुर्घटना की रात वह दारू के नशे में बुरी तरह से टल्ली था। नाबालिक ने कहा है कि उसे हादसे के बारे में ज्यादा कुछ याद नहीं है।

उल्लेखनीय है कि पुलिस ने आरोपी की मां की मौजूदगी में नाबालिग से बाल सुधार गृह के भीतर पहुंचकर 1 जून को पूछताछ की थी। जुवेनाइल बोर्ड ने 31 मई को नाबालिग से पूछताछ करने के लिए पुलिस को अपनी इजाजत दी थी।

इस बीच पुणे की अदालत ने आज रविवार को नाबालिग के पिता विशाल अग्रवाल और उसकी मां शिवानी अग्रवाल को एविडेंस मिटाने के मामले में 5 जून तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया है।

गिरफ्तार किए गए विशाल अग्रवाल और उसकी पत्नी शिवानी अग्रवाल पर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ किए जाने के आरोप लगे हैं।

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