शराब घोटाले में CBI ने डिप्टी सीएम को किया गिरफ्तार - राजनीति तेज
डिप्टी सीएम की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर राजनीतिक विद्वेष की वजह से गिरफ्तार करने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली। 8 घंटे तक चली पूछताछ के बाद सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री को शराब घोटाले में सबूत मिटाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। डिप्टी सीएम की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर राजनीतिक विद्वेष की वजह से गिरफ्तार करने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी पर दिल्ली में शराब घोटाले को लेकर आरोप लगाए गए थे। इस घोटाले को लेकर एजेंसी ने 19 अगस्त 2022 को देश के विभिन्न इलाकों के 31 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। यह छापामारी लगभग 14 घंटे तक चली थी। इस मामले ने सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 17 अक्टूबर 2022 को सीबीआई दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया था तथा 9 घंटे तक की पूछताछ की थी।
इसके बाद 14 जनवरी 2023 को सीबीआई ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास ऑफिस पर भी छापा मारा था तथा काफी समय तक जांच की थी। इसके बाद 19 फरवरी 2023 को सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को पेश करने के होने के लिए नोटिस भेजा था जिस पर वह पेश नहीं हुए थे। आज 26 फरवरी को फिर से मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने तलब किया था। सीबीआई दफ्तर जाने से पहले ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा था कि हो सकता है आज मुझे जेल भेज दिया जाए। आज पूछताछ के बाद सीबीआई ने शराब घोटाले के मामले में सबूत नष्ट करने के आरोप में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक मनीष सिसोदिया को कल न्यायालय में पेश किया जाएगा। मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक विद्वेष के कारण गिरफ्तारी की गई है। समाचार लिखे जाने तक सीबीआई दफ्तर के बाहर काफी हलचल देखने को मिल रही है।