मुजफ्फरनगर में पुलिस का मानवीय चेहरा, जब दरोगा ने दिलाया बेटे को मां की जिम्मेदारी का अहसास
इंचार्ज राजेन्द्र वशिष्ठ ने बुजुर्ग महिला को पहले पानी पिलाया। पानी पीते ही महिला की आंख से आंसू निकल पड़े। दरोगा राजेन्द्र वशिष्ठ ने कारण पूछा तो महिला ने रूआंसू लहजे में कहा कि बेटा ये पानी सीधे मेरे पेट में जाकर लगा है। ये सुनकर दरोगा राजेन्द्र वशिष्ठ ने वृद्ध महिला से समस्या पूछी तो महिला ने बताया कि उसका बेटा एक फैक्ट्री में नौकरी करता है, बहू बहुत परेशान करती है। उसको दो दिन से कुछ भी खाने को नहीं दिया। आज वो मेरे पोता-पोती को खाना खिला रही थी। मैं देख रही थी, मुझे खाना नहीं दिया। जब बच्चों ने खाना खा लिया तो मैंने बहू से पूछा कि बच्चों के खाने से कुछ बचा हो तो मुझे दे दो। इस बात पर बहू यह कहते हुए लड़ने लगी कि तू मेरे बच्चों के खाने पीने पर भी नजर रखती है, मुझे मारपीट के निकाल दिया। मेरा बेटा भी बहू का साथ देता है। बुजुर्ग महिला की बात सुनकर एसआई राजेन्द्र वशिष्ठ को अफसोस हुआ और गुस्सा भी आया, उन्होंने तुरन्त सिपाही से इस बुजुर्ग महिला के लिए खाना मंगवाया और बैठाकर खिलाया भी
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