सरदार पटेल का आदर्श जीवन दर्शन आज के आधुनिक युग में पहले से अधिक प्रासंगिक : डीएम नेहा शर्मा
डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट नेहा शर्मा ने कलेक्ट्रेट में बचत भवन के सभागार पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं विकास भवन के सभागार में मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार ने लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती कार्यक्रम को हर्षोल्लास के साथ मनाया
रायबरेली। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट नेहा शर्मा ने कलेक्ट्रेट में बचत भवन के सभागार पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं विकास भवन के सभागार में मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार ने लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती कार्यक्रम को हर्षोल्लास के साथ मनाया तथा उपस्थित कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता व अखण्डता मजबूत तथा सरदार पटेल सहित महापुरूषों के पदचिन्हों पर चल देश व समाज के विकास को मजबूत करने की शपथ दिलाई। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने बचत भवन के सभागार में लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र के अनावरण व माल्यार्पण कर उन्हे श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल को सच्ची श्रंद्धाजलि तभी है जब हम सरदार पटेल सहित महान पुरूषों के आदर्शो सिद्धान्तों पर चल कर राष्ट्रीय एकता अखण्डता को मजबूत करे तथा देश व समाज का विकास करें। सरदार पटेल का आदर्श जीवन दर्शन आज के इस आधुनिक युग में पहले से अधिक प्रासंगिक है।
डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट व अधिकारियों ने स्वतन्त्रता संग्राम के महान सेनानी लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयन्ती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में बचत भवन, विकास भवन, पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं स्टेडियम आदि में मनायी गयी। सरदार वल्लभ भाई पटेल जयन्ती के अवसर पर उनके चित्र का अनावरण कर पुष्पमाला व श्रद्धासुमन अर्पित कर करते हुए डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट नेहा शर्मा, पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई व मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि उस समय भारत में अनेकों राज्य बंटे हुए थे। आजादी के बाद उन सबको एक साथ लेकर चलने की बड़ी चुनौती सामने आ रही थी, देश व समाज के खातिर साहसिक फैसले लेना सरदार पटेल के स्वभाव में बसा था। भारत की 563 रियासतों का एकीकरण किया तथा अन्य छोटी छोटी रियासतों को प्रान्तों में विलीन कर दिया था जो भारत के लिए महत्वपूर्ण कार्य रहा है। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट नेहा शर्मा ने कहा कि सरदार के हृदय में जन जन के प्रति प्यार और दयालुता का समुचित भंडार था। किसी की भी दयनीय दशा देख कर उनका हृदय व्याकुल हो उठता था। उन्होने कहा कि सरदार पटेल में दृढ़ इच्छा शक्ति थी, उन्होने अपना सम्पूर्ण जीवन सादगी के साथ व्यतीत किया। उन्होने देश प्रति स्वतंत्रता आन्दोलन को शिखर तक पहुचाया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उनके सफल नेतृत्व को देखते हुए उन्हे सरदार की उपाधि दी थी। भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के इतिहास में अनेक वीरों के नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है क्योकि इन वीरों ने अपने प्राणों की बाजी लगा कर हंसते हंसते देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया था। देश को परतंत्रता की बेड़ियों को काटने वालो का जब जब नाम लिया जायेगा तब तब लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल का नाम सबसे पहले स्मरण किया जाता रहेगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने विकास भवन के सभागार में सरदार पटेल को स्मरण करते हुए उनसे जुड़ी हुई अनेक घटनाओं का जीवन वृत्त आदि का विस्तार करते हुए कहा कि धन्य है ऐसा देश जहां ऐसे है महान सपूत...। संविधान शिल्पी बाबा साहब डा0 भीम रामजी अम्बेडकर का नाम संविधान निर्माता कमेटी के अध्यक्ष के लिए सरदार पटेल ने प्रस्तावित किया था क्योंकि वो जानते थे कि किस तरह के कार्य को कौन बेहतर कर सकता है। परिणाम स्वरूप आज देश का संविधान विश्व में अपना अलग स्थान रखता है। एडीएम एफआर प्रेम प्रकाश उपाध्याय, एडीएम प्रशासन राम अभिलाष, नगर मजिस्टेªट युगराज सिंह, एडी सूचना प्रमोद कुमार, मुख्य कोषाधिकारी जितेन्द्र सिंह डीडीओ ए0के0 वैश्य, समाज कल्याण अधिकारी प्रेमचन्द्र दुबे/कर्मचारियों ने सरदार पटेल के चित्र पर माल्यापर्ण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये।
अपर पुलिस अधीक्षक शशी शेखर सिंह एडीएम ई राम अभिलाष ने मोती लाल नेहरू स्टेडियम के प्रांगण में खेल अधिकारी द्वारा आयोजित रन फाॅर यूनिटी दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया जो कि जेल रोड़, ड्रिग्री कालेज चैराहा, केनाल रोड़, पुलिस लाईन चैराहा से होती हुई स्टेडियम पर जाकर सप्ताह हुई। दौड़ में करीब 800 छात्र/छात्राए पुरूष व महिलाए उपस्थित थे। इस मौके पर एडीएम ई राम अभिलाष, जिला क्रीड़ा अधिकारी सर्वेन्द्र सिंह चैहान, डीआईओएस डाॅ0 चन्द्रशेखर मानवीय, एएसपी शशी शेखर सिंह, इफ्तिखार अहमद आदि भी उपस्थित थे। जिन्होंने दौड़ में आये उत्कृष्ठ छात्र/छात्राओं मे बालक को में स्मृति चिन्ह अमित मिश्रा, धनन्जय सिंह, मनोज यादव, बालिकाओं में डाली सोनकर, सेमर, पूनम को मेडल, कैप आदि देकर सम्मानित भी किया। सरदार पटेल की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जो नक्शा आज भारत का है उसमे पटेल जी का महत्वपूर्ण योगदान है। इस अवसर पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा व मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार सभी कर्मचारियो व अधिकारियो को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाते हुए कहा कि- ''मै राष्ट्र की एकता व अखण्डता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियो के बीच संदेश फैलाने का भरसक प्रयत्न करूंगा। यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ली जा रही है जिसे सरदार बल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यो द्वारा संभव बनाया जा सके। मै अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूँ।'' उन्होने यह भी कहा कि सरदार पटेल ने कभी भी आदमी-आदमी मे भेद, जाति-वाद, धर्मवाद आदि न कर राष्ट्रीय एकता व अखण्डता को मजबूती प्रदान की।
कार्यक्रम का संचालन एडीएम ई राम अभिलाष ने किया। मुख्य कोषाधिकारी जितेन्द्र सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस मौके पर सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार, प्रशासनिक अधिकारी अनेक जिला स्तरीय अधिकारीगण, पत्रकार बन्धु उपस्थित रहे।