मुजफ्फरनगर के उदयवीर हत्याकाण्ड़ की याद दिला गया उन्नाव रेप पीड़िता का रायबरेली एक्सीडेन्ट

बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता की गाड़ी में ट्रक ने टक्कर मार दी है, जिसमें उनकी चाची और मौसी का निधन हो गया और पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हैं।

Update: 2019-07-29 13:12 GMT

लखनऊ।बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता की गाड़ी में ट्रक ने टक्कर मार दी है, जिसमें उनकी चाची और मौसी का निधन हो गया और पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हैं। इनका ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। उन्नाव रेप पीड़िता के सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद इस हादसे को लेकर कई तरह की बातें होने लगी हैं। कोई इस हादसे को एक सुनियोजित योजना का हिस्सा बता रहा है तो कोई इसे पुलिस की सुरक्षा में बड़ी चूक की तरह देख रहा है। पीड़िता के परिवार वालों ने भी इस घटना के पीछे साजिश की बात कही है। ऐसा ही कथित रूप से एक सड़क हादसा वर्ष 2011 में मुजफ्फरनगर के रोहाना क्षेत्रान्तर्गत सहारपुर हाईवे पर भी हुआ था, जिसमें गन्ना समिति के पूर्व चेयरमैन उदयवीर सिंह सहित परिवार के नौ सदस्यों को मौत हो गयी थी। कथित उक्त हादसा बाद में कुख्यात् विक्की त्यागी के षड़यंत्र का नतीजा निकला था, क्योंकि कुख्यात अपराधी विक्रांत उर्फ विक्की त्यागी की बधाई खुर्द निवासी सहकारी गन्ना विकास समिति के पूर्व चेयरमैन उदयवीर सिंह की पुरानी रंजिश थी।


अब लगभग आठ साल बाद इसी तरह का एक सड़क हादसा उन्नाव रेप पीड़िता के साथ पेश आया है। इस मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ हत्या और हत्या की साजिश का केस दर्ज हो गया है। विधायक के खिलाफ पीड़िता के चाचा ने एफआईआर दर्ज कराई है, जो फिलहाल पीड़िता के चाचा रायबरेली की जिला जेल में बंद हैं। एफआईआर में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उनके भाई मनोज सेंगर भी नामजद हैं. इसमें 10 नामजद और 15-20 अन्य अज्ञात के खिलाफ के केस दर्ज है। भारतीय दंड संहिता की 302, 307, 506 120ठ की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।

ज्ञात हो कि वर्ष 2011 में मुजफ्फरनगर की शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव बधाई निवासी सहकारी गन्ना विकास समिति रोहाना के पूर्व चेयरमैन उदयवीर सिंह अपने परिवार के साथ जीप में सवार होकर अपने गांव से शहर आ रहे थे, तभी बडकली पुलिया पर पहले से ही खडे एक ट्रक ने साजिशन उनकी जीप में टक्कर मार दी थी, जिससे उदयवीर सिंह समेत परिवार के आठ सदस्यों की मौत हो गई थी। इस मामले को भी हादसे की शक्ल देने का प्रयास किया था, लेकिन विवेचना में यह मामला साजिशन टक्कर मारने का निकला था और इस वारदात में मीनू त्यागी समेत करीब 20 से अधिक लोगों को नामजद किया गया था। बाद में 16 फरवरी 2015 को मुकदमे की सुनवाई के दौरान अदालत में अधिवक्ता के भेष में आए सागर मलिक ने कटघरे में खड़े कुख्यात अपराधी विक्की त्यागी की दुस्साहसिक तरीके से गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ हुई सड़क दुर्घटना को चैंकाने वाली घटना करार देते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि आखिर भाजपा सरकार से न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ सड़क दुर्घटना का हादसा चौकाने वाला है। प्रियंका ने सवाल किया कि इस केस में चल रही सीबीआई जांच कहां तक पहुंची? आरोपी विधायक अभी तक भाजपा में क्यों हैं? पीड़िता और गवाहों की सुरक्षा में ढिलाई क्यों?

उक्त प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने कहा है कि अगर उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता चाहती है तो उनकी सरकार राय बरेली मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने भी बयान दिया है कि अगर पीड़ित परिवार सीबीआई जांच की मांग करता है तो हम यह मामला सीबीआई को भी दे सकते हैं।

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