नोएडा में बनेगा मेडिकल डिवाइस पार्क, होगा 5250 करोड़ का निवेश

यह पार्क दो चरणो में बनेगा जो उत्तर प्रदेश का पहला और उत्तर भारत का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क होगा।

Update: 2021-08-13 13:31 GMT

लखनऊ। नवीन ओखला औद्योगिकी विकास प्राधिकरण(नोएडा) ने उत्तर प्रदेश को फार्मा विनिर्माण केन्द्र बनाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल को आगे बढ़ाते हुये एक मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने की तैयारी कर रहा है जिसमें 5250 करोड़ रुपये के निवेश होेने और 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है।

यह पार्क दो चरणो में बनेगा जो उत्तर प्रदेश का पहला और उत्तर भारत का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क होगा। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने इसके लिए सेक्टर 28 में 350 एकड़ भूमि को चिन्हित किया है। यीडा के अधिकारियों के अनुसार इस पार्क में पांच एकड़ में एक इनक्युबेशन केन्द्र भी बनेगा जिससे स्टार्टअप को लाभ होगा। इस केन्द्र के लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक प्राधिरकण ने आईआईटी कानपुर के साथ साझेदारी भी की है। पहले चरण में 125 एकड़ में शेड बनाकर उद्योगों को आवंटित किए जाएंगे। दूसरे चरण में भी 225 एकड़ एरिया में यही योजना आएगी।

गौरतलब है कि भारतीय दवा उद्योग का दुनिया में तीसरा नंबर है। इसके बावजूद तमाम दवाओं के कच्चे माल के लिए भारत चीन पर निर्भर है। कुछ दवाओं के कच्चे माल के संदर्भ में तो यह निर्भरता 80 से 100 फीसद तक है। कोरोना के संक्रमण की शुरूआत हुई तो स्वाभाविक रूप से कच्चे माल का संकट भी हुआ।

लिहाजा नीति आयोग, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और केंद्र के संबंधित विभागों ने तय किया कि क्यों ने देश को दवाओं और चिकित्सकीय डिवाइसों के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए देश में ही फार्मा और फार्मा डिवाइस बनाने वाले पार्क बनाए जाएं। इस सोच के तहत ही केंद्र सरकार ने देश में चार मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने का निर्णय लिया। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ और नोएडा में ऐसे पार्क बनाने की स्वीकृति प्रदान करने केंद्र सरकार को पर लिखा।

वार्ता

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