हिन्दू धर्म में दशहरे का अपना महत्व होता है- मनीष चौधरी
आदर्श रामलीला सेवा समिति के तत्वावधन में नई मंडी के पटेलनगर में चल रहे 46वें रामलीला महोत्सव में राम भक्तों की अपार भीड़ देखने को मिल रही है
मुजफ्फरनगर। आदर्श रामलीला सेवा समिति के तत्वावधन में नई मंडी के पटेलनगर में चल रहे 46वें रामलीला महोत्सव में राम भक्तों की अपार भीड़ देखने को मिल रही है। स्थिति यह है कि रामलीला के प्रारंभ से पूर्व जो दर्शक आ जाते हैं, उन्हें ही बैठने का स्थान प्राप्त हो पाता है, बाकी दर्शकों को खड़े होकर ही रामलीला का मंचन देखना पड़ रहा है। राम लीला में रावण, मेघनाथ और कुम्भकरण के साथ श्रीराम और लक्ष्मण के साथ युद्ध और बाद में सभी के वध का मनमोहक मंचन किया गया।
शुक्रवार को पटेलनगर स्थित रामलीला मैदान में आयोजित रामलीला का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि में कंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, समाजसेवी भीमसेन कंसल, प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी, पूर्व मंत्री सोमांश प्रकाश, सतीश गोयल, मनीष कपूर, उद्यमी रामलीला कमेटी से अनिल ऐरन, विक्रम जैन, अनिल जैन, अनिल लोहिया, प्रमोद गुप्ता, सुरेंद्र, मंगल, अमित भारद्वाज व जितेंद्र कुमार गर्ग ने भगवान गणपति, रामायण, ठाकुर एवं श्रीराम की पूजा अर्चना एवं आरती करके किया। इस दौरान आयोजकों द्वारा अतिथियों को पटका पहनाकर व प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस मौके पर समाज सेवी मनीष चौधरी ने सभी नगरवासियों को विजयदश्मी की शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम ने रावण का वध कर बुराई पर अच्छाई की जीत की थी। उन्होंने कहा कि हर साल की तरह आर्दश रामलीला में कलाकारों द्वारा रावण-राम युद्ध के अंतिम दिन रोमांचकारी मंचन रहा।
उन्होंने बताया कि इस दौरान क्षेत्र से सैकडों की संख्या में राम भक्त रावण का वद होते देखने आए। हिन्दू धर्म में दशहरे का अपना महत्व होता है। इस दिन भगवान राम द्वारा रावण का वध किया गया था। दशहरे के दिन से ठीक 15 पंद्रह दिन बाद दिपावली का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री राम माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या पहुंचे थे। इस दिन से ही भारतवर्ष में हर वर्ष दिपावली को त्यौहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। वही इस मौके पर शुक्रवार को रावण दहन से पहले रामादल व लंकापति रावण की राक्षसी सेना के रूप में 70 से ज्यादा कलाकार मंच पर मौजूद थे। रामदल में वानर सेना के साथ साथ दो लंगूर भी बनाए गए थे, जिन्होंने पेड़ों पर चढ़कर दर्शकों को खूब लुभाया। लंगूर का अभिनय कर रहे दोनों कलाकार सगे भाई हैं और जन्म से ही गूंगे व बहरे हैं। रामलीला में अपनी आस्था के चलते यह दोनों भाई कई वर्षों से अपनी कलाकारी का प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इस बीच सभी मुख्य अतिथियों द्वारा रावण मेघनाथ और कुम्भकरण का पुतला दहन किया गया।
इस मौके पर मुख्य प्रबंध्क अनिल ऐरन, महामंत्राी सुरेन्द्र मंगल, कोषाध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, कार्यक्त्रम संयोजक विकल्प जैन, दीपक गोयल, अनिल जैन, अनिल गोयल, निर्देशक अमित भारद्वाज, अनन्या जैन, शार्दुल जैन, राईमा जैन, मीना ऐरन, मेघा ऐरन, विपिन जैन, भगवती प्रसाद, अंशुल गुप्ता, विकास भारद्वाज, संदीप कश्यप, मीडिया प्रभारी पंड़ित लोकेश भारद्वाज, नितीश भारद्वाज आदि मौजूद रहे।