डूडा पीओ संदीप कुमार ने पीएम आवास में पकड़ी लापरवाही, चार की सेवा समाप्त

मुजफ्फरनगर। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में पारदर्शी व्यवस्था बनाने के लिए कार्यालय का ही कायाकल्प कर देने वाले जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के परियोजना अधिकारी

Update: 2020-02-04 12:18 GMT

मुजफ्फरनगर। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में पारदर्शी व्यवस्था बनाने के लिए कार्यालय का ही कायाकल्प कर देने वाले जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के परियोजना अधिकारी ने अब योजना में ग्राउंडिंग का कार्य देख रही निजी क्षेत्र की कम्पनी के चार सर्वेयर कर्मियों को लापरवाही बरतने और समय से कार्य की पूर्ति नहीं करने का दोषी पाये जाने पर उनकी संविदा समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी को पत्र लिखकर भी इस कार्यवाही से अवगत कराते हुए कड़ी नाराजगी जताई है।

डूडा के अन्तर्गत संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में पात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए व्यवस्था को पारदर्शी बनाने में परियोजना अधिकारी संदीप कुमार लगातार जुटे हुए हैं। उन्होंने विकास भवन स्थित अपने कार्यालय का कायाकल्प करते हुए वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की पहल को आगे बढ़ाया, ताकि विभागीय कर्मचारियों के कामकाज को भी एक निगरानी में लाया जा सके। इसके साथ ही उनके द्वारा जनपद में पीएम आवास योजना शहरी में पात्रों को विभागीय कर्मचारी बताकर उनको मानसिक और आर्थिक शोषण करने वाले दलालों को कई बार पकड़कर जेल पहुंचाने का काम किया है, लेकिन इस बार इस योजना में सरकार की स्वीकृति के बाद जुड़ी निजी कंपनी का है। इस कंपनी के चार सर्वेयरों को कार्य में लापरवाही के चलते हटा दिया गया है।

डूडा के परियोजना अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अन्तर्गत शासन द्वारा बार-बार पूर्ण आवास के लक्ष्य मार्च 2020 तक प्राप्त किये जाने का निर्देश दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में पीएम आवास योजना में ग्राउंडिंग का कार्य भारत सरकार से स्वीकृत स्पेस कम्बाइन कंपनी के द्वारा किया जा रहा है। कंपनी विभागीय समन्वय के साथ अपने कर्मचारियों को लगाकर जनपद में नगरीय निकायों में पीएम आवास योजना के अन्तर्गत एक सर्वेयर कंपनी के रूप में काम कर रही है। इस कंपनी को लक्ष्य पूर्ति के लिए लगातार निर्देशित किया गया। शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में जनपद में विभागीय स्तर पर चल रहे आवास योजना के कार्य को लेकर 28 जनवरी 2020 की मीटिंग में सर्वेयर कंपनी को शासन के निर्देशों से अवगत करा दिया गया था। इस मीटिंग में लक्ष्यों का आवंटन किया गया, लेकिन कंपनी के तहत संविदा पर सर्वेयर के रूप में कार्य करने वाले चार संविदा कर्मियों ने सर्वे के आवंटित लक्ष्यों की पूर्ति न करते हुए उनके निर्देशों को लेकर भी लापरवाही बरती है। उन्होंने बताया कि इनमें नगर पंचायत पुरकाजी के अन्तर्गत स्पेस कम्बाइन प्रा. लि. कंपनी के सर्वेयर सुमित पाल, अंकित बंसल और नगर पंचायत मीरापुर के अन्तर्गत सर्वेयर विनीत गौतम व मनोज सीमर की संविदा डूडा पीओ संदीप कुमार ने समाप्त करते हुए कंपनी के प्रबंधक को भी पत्र भेजकर कंपनी के कर्मियों के कार्य के प्रति नाराजगी जतायी है। संदीप कुमार का कहना है कि इन चारों सर्वेयर द्वारा योजना के पात्रों का प्रथम भुगतान दो माह पूर्व हो जाने के बाद भी फाउण्डेशन के लिए जीओ टैगिंग नहीं की गयी है। उन्होंने कहा कि जबकि शासन ने पूर्ण आवास के लक्ष्यों मार्च 2020 तक प्राप्त करने के आदेश दिये हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में कंपनी की टीम के द्वारा लापरवाही बरतने के कारण भारत सरकार की बेघर परिवारों के लिए चलायी गयी इस महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी योजना की प्रगति पर अंकुश लग रहा है, लोगों को समय से लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में उक्त सर्वेयर की कार्यप्रणाली भी संदिग्ध होने के कारण इनकी संविदा समाप्त की गयी है। उन्होंने कहा कि अब इन चारों व्यक्तियों का पीएम आवास योजना शहरी के अन्तर्गत किसी भी प्रकार का दायित्व नहीं रहेगा। यदि यह कोई कार्य करते हैं, तो यह आदेशों की अवहेलना माना जायेगा और कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। बता दें कि स्पेस कम्बाइन प्रा. लि. के कर्मचारियों पर भी समय समय पर लोगों के द्वारा कई सवाल उठाये जाते रहे हैं। यहां कंपनी के लोग इन आरोपों को नकारते रहे हैं। अब कंपनी के चार सर्वेयर की संविदा समाप्त किया जाना भी लोगों के इन आरोपों को साबित करने जैसा काम कर रहा है। कंपनी की ओर से जनपद में जिला समन्वयक के रूप में विशाल त्यागी काम देख रहे हैं। 

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