आपसी सौहार्द और ईमानदारी की एक मिसाल- लाखों रूपयें भी नहीं डिगा पाये ईमान
इंसानियत का कोई धर्म नहीं होता है उसके नजर में हर शख्स इंसान होता है न वह कोई धर्म देखता है और न ही वह कोई जाती देखता है
बिजनौर। इंसानियत का कोई धर्म नहीं होता है। उसके नजर में हर शख्स इंसान होता है। न वह कोई धर्म देखता है और न ही वह कोई जाती देखता है। एक इंसान ने आपसी सौहार्द और ईमानदारी की एक मिसाल पेश की है, जिससे हर व्यक्ति प्रेरणा ले सकता है। नितिन कुमार नाम के व्यक्ति के लाखों रूपये से भरा बैग कहीं गिर गया और वह आबिद को पा गया, उसने मशक्कत कर नितिन के पैसे लौटाने का काम किया।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह 11 बजे के आसपास एक व्यक्ति बाईक से जा रहा था। इसी दौरान उसका बैग नीचे गिर गया और उसे पता भी नहीं चला लेकिन वो एक लड़के ने उठा लिया, तब मौहम्मद आबिद सिद्दीकी ने वो बैग चेक किया तो उसमें तीन लाख से अधिक रकम थी और बैग में शख्स को उसके रूपये वापस कराने के लिये कोई ऐसी कोई पहचान नहीं थी, जो वह उसके रूपये सीधे उसके घर जाकर वापस करा दे। मौहम्मद आबिद सिद्दीकी को मिली रकम उसके मालिक को वापस लौटानी थी। इसके बाद आबिद सिद्दीकी ने कई जगह मिले पैसों को जिक्र किया, जिससे जिसके पैसे गिरे उसे मिल जाये और हुआ भी कुछ ऐसा ही।
आबिद सिद्दीकी का कहना है कि व्यक्ति को वह पैसे चावल की आढ़त पर देने थे लेकिन पैसे गिरने की वजह से वह वहां पर दे नहीं पाया था। आबिद सिद्दकी के प्रयास से नितिन को उसके तीन लाख रूपये वापस मिल गये। इस पर नितिन कुमार का कहना है कि वो बाईक पर पैमेंट लेकर देने आ रहा था लेकिन इसी दौरान ही नितिन कुमार का पैसों से भरा बैग कहीं गिर गया। इसके बाद वह काफी परेशान हो गया। वह रास्ते में ढूंढता हुआ घर गया लेकिन उसे वह बैग नहीं मिला। नितिन कुमार की लिये नया सवेरा होता है और उसे जानकारी मिलती है कि उसके पैसे आबिद सिद्दीकी के पास है और वह आकर ले जाये। इसके बाद नितिन कुमार आबिद सिद्दीकी के पास आया और अपने पैसे लेकर काफी खुश हुआ। इसके बाद नितिन ने आबिद का धन्यवाद अदा किया।