150 दिन-बागपत एसपी प्रताप गोपेन्द्र ने बढ़ाया खाकी का रूतबा

प्रदेश के पश्चिम में जनपद बागपत में पुलिस अधीक्षक के पद पर आईपीएस शैलेश कुमार पांडेय का तबादला जनपद बरेली में हो गया बागपत पुलिस अधीक्षक के पद पर 20 अगस्त 2019 को आईपीएस प्रताप गोपेन्द्र यादव ने आकर पद ग्रहण किया

Update: 2020-02-04 10:19 GMT

बागपत। प्रदेश के पश्चिम में जनपद बागपत में पुलिस अधीक्षक के पद पर आईपीएस शैलेश कुमार पांडेय का तबादला जनपद बरेली में हो गया बागपत पुलिस अधीक्षक के पद पर 20 अगस्त 2019 को आईपीएस प्रताप गोपेन्द्र यादव ने आकर पद ग्रहण किया। आईपीएस प्रताप गोपेन्द्र यादव मुरादाबाद के पीटीएस में तैनात थे। उनको वहां से बागपत के पुलिस कैप्टन के रूप में भेजा गया और आईपीएस प्रताप गोपेन्द्र सिंह को जिले के पुलिस कैप्टन की कमान पहली बार मिली है। आईपीएस प्रताप गोपेन्द्र सिंह ने 12 मई 1982 को प्रदेष के जनपद आजमगढ में राम यादव के घर में जन्म लिया। उन्होंने बी.एस.सी (जूलोजी, बोटेनी, कैमेस्ट्री) और एम.ए (ऐनसियेन्ट हिस्ट्री) की है। आईपीएस प्रताप गोपेन्द्र यादव 2012 बैच के आईपीएस अफसर है। आईपीएस प्रताप गोपेन्द्र यादव जनपद बागपत में पुलिस अधीक्षक के रूप में 150 दिन का सफल कार्यकाल पूर्ण कर चुके है उनके इस 150 दिन के कार्यकाल पर खोजी न्यूज की खास रपट.......

साल 2012 बैच के आईपीएस प्रताप गोपेन्द्र यादव को पहली बार पुलिस कप्तान के रूप में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी मिली तो उन्होंने अपनी कार्यशैली से इस अवसर को सफलता में बदलने का काम करके दिखाया। कानून व्यवस्था के पैमाने पर देखा जाये तो उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में अयोध्या विवाद फैसला और इसके बाद सीएए विरोध प्रदर्शन ने पुलिस के सामने बड़ी चुनौतियां पेश की थी, यूपी में बड़ी हिंसा सीएए विरोध के कारण हुई, लेकिन हिंसा और विरोध की आग की तपिश व पथराव के शोरशराबे के बीच भी बागपत बहुत शांत नजर आया। इतना ही नहीं एसपी प्रताप गोपेन्द्र ने त्वरित न्याय के लिए एक नजीर भी पेश की। उन्होंने मासूम के साथ रेप के प्रकरण में पुलिस के लिए विवेचना और जांच की रफ्तार को नई गति प्रदान की। केस ट्रायल पर आया और छठे दिन ही इंसाफ हो गया। बागपत कप्तान के साथ इस जिले की पुलिस की कारगुजारी देशभर में सराहना बटोरने लगी। इतना ही नहीं एसपी प्रताप गोपेन्द्र ने कई अनसुलझी घटनाओं की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए उनका अनावरण किया और जनपद में नशे के खिलाफ एक बड़ी मुहिम चलाकर तस्करों को जेल की सलाखों तक पहुंचाने का काम किया है।

नागरिकता संसोधन कानून प्रकरण में रहा अमन-चैन

नागरिकता संसोधन कानून का देश में विरोध हो रहा था। प्रदेश के कई जनपदों आगजनी व पथराव हुआ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में पड़ोसी जनपद मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर में बवाल हुए, लेकिन बागपत में पत्ता तक नहीं हिला। एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव के नेतृत्व में पुलिस ने जनपद में क्राइम कंट्रोल व अपराधियों पर शिकंजा कसा। एसपी दिन-रात सड़कों पर भ्रमण करते रहे थे।

छपरौली रेपकांड में त्वरित न्याय से बढ़ाया खाकी का रूतबा

गणतंत्र दिवस पर एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव समेत आठ पुलिसवालों को मेडल मिला। डीजीपी ओपी सिंह द्वारा प्रशंसा चिन्ह देने से जनपद में हर्ष का माहौल है। छपरौली क्षेत्र की सवा तीन साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म के जघन्य मामले में आरोपित युवक को अदालत ने केस की सुनवाई के छठे दिन गत 30 नवंबर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इस मामले में पुलिस की अहम भूमिका रही थी। इसी कारण एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव को डीजीपी द्वारा प्रशंसा चिन्ह गोल्ड मेडल मिला। इस मामले में पुलिस टीम को शासन ने पूर्व में ही 50 हजार रुपये का पुरस्कार दिया था।

ज्ञानेन्द्र हत्याकांड का खुलासा, दोस्तों ने किया था कांड

पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर किसान ज्ञानेंद्र की हत्या के केस का राजफाश कर दिया। पुलिस का दावा है कि गाली देने पर ज्ञानेंद्र की उसके दोस्तों ने ईंट से कुचलकर हत्या की थी। ज्ञानेंद्र उन्हें बेटी के जन्म की खुशी में दावत दे रहा था। एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि इस केस की विवेचना में प्रकाश में आए आरोपित आकाश व पिकू को गली नंबर छह के सामने सरकारी डेयरी कोर्ट रोड बागपत को सिसाना रोड पर सोनीपत बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया। एसपी ने दावा किया कि आरोपितों ने ज्ञानेंद्र की हत्या करना स्वीकार किया। उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त ईंट, रक्तरंजित कपड़े, जूते व ज्ञानेंद्र का मोबाइल तथा आधार कार्ड बरामद बो गया। पूछताछ करने पर हत्यारोपितों ने बताया कि गत आठ जनवरी को राष्ट्रवंदना चैक पर दोनों दुकान से शराब खरीद रहे थे। इसी दौरान ज्ञानेंद्र उन्हें मिला, जो पहले से ही शराब खरीद रहा था। ज्ञानेंद्र की उनकी करीब डेढ़ साल पहले से जान-पहचान थी। ज्ञानेंद्र ने उन्हें बताया था कि उसके घर बेटी हुई है। इस खुशी में वह दावत देगा। ज्ञानेंद्र ने दो बोतल शराब खरीदी और वे साथ में ज्ञान एंक्लेव कॉलोनी के खाली प्लाट में बैठकर शराब पीने लगे। इस दौरान ज्ञानेंद्र को अधिक नशा हो गया। ज्ञानेंद्र नशे में उन्हें गाली देने लगा। मना करने पर भी नहीं माना तो गुस्से में आकर उन दोनों ने ज्ञानेंद्र की ईंट से पीटकर हत्या कर दी थी। उसका मोबाइल फोन व आधार कार्ड निकाल कर साथ ले गए, ताकि ज्ञानेंद्र के शव की पहचान न हो सके। हत्या में इस्तेमाल ईंट को छुपा दिया था।

सीताफल के नीचे गांजा का कारोबार, तस्करी का भंड़ाफोड़

पुलिस ने सीताफल से लदे कैंटर से ढाई कुंतल गांजा के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया। आरोपित छत्तीसगढ़ से गांजा लेकर आ रहे थे। अपर पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह सिसौदिया ने पत्रकार वार्ता में बताया कि नशीले पदार्थो की तस्करी करने वालों के विरुद्ध अभियान चलाया गया। इसके तहत बड़ौत पुलिस ने कस्बे में औद्योगिक चैकी से नहर पटरी के रास्ते जा रहे कैंटर को आवास विकास कालोनी के पास चेकिग के लिए रोका। तलाशी ली तो कैंटर में लदे सीताफल (कद्दू) के नीचे बोरों में गांजा बरामद हुआ। कैंटर चालक विनोद पुत्र मुन्ना को गिरफ्तार किया। विनोद ने बताया कि उसके कैंटर के आगे एक कार चल रही थी। इसमें तीन लोग सवार थे। गांजा छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से लेकर आए थे और कहां पर पहुंचना था, उनको इसकी सही जानकारी नहीं थी। उसको तो सिर्फ इतना बोला गया था कि कैंटर को कार के पीछे-पीछे लेकर चलना है। एएसपी के अनुसार आरोपित विनोद को अदालत में पेश कर, जहां से उसको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है। विनोद का कहना है कि कार सवार शामली के कैराना जाने के लिए बोल रहे थे। उसको तो आठ हजार रुपये प्रतिमाह मजदूरी मिलती है एएसपी का कहना है कि गांजा पकड़ने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम दिया जाएगा।

एक करोड़ से ज्यादा कीमत की तस्करी की शराब पकड़ी

हरियाणा और पंजाब से शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। शराब से लदे ट्रक को पुलिस ने चेकिग के दौरान पकड़ लिया, जिसमें से अंग्रेजी शराब की 1223 पेटियां बरामद हुई। एक आरोपित भी पकड़ा गया। बरामद शराब की कीमत आबकारी विभाग ने एक करोड़ पांच लाख रुपये आंकी है। एसपी प्रताप गोपेंद्र ने पत्रकार वार्ता में बताया कि बड़ौत कोतवाली प्रभारी अजय कुमार शर्मा सराय रोड स्थित मंडी के पास चेकिग कर रहे थे। इसी दौरान दस टायरा ट्रक को रोककर उसकी तलाशी ली गई तो उसमें प्लाई के नीचे शराब की पेटियां रखी हुई मिलीं। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया और आरोपित ट्रक चालक आकाश पुत्र नाहर सिंह निवासी केसरी, थाना गंगीरी, जनपद अलीगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। बरामद शराब चंडीगढ़ मार्का है। एसपी ने बताया कि शराब चंडीगढ़ से लाई जा रही थी और ट्रक चालक ने पानीपत जनपद में आकाश को ट्रक दिया था। वहां से आकाश ट्रक लेकर बिहार के सिवान के लिए रवाना हो गया। वहां पर आकाश को इस काम के लिए 10 हजार रुपये मिलने थे। चंडीगढ़ से आकाश के साथ एक और व्यक्ति ट्रक में सवार हुआ था जो रास्ते में उतर गया था। उधर, पुलिस ने छपरौली रोड स्थित चैधरी चरण सिंह इंस्टीट्यूट के पास से हुंडई एक्सेंट कार से तस्करी की 40 पेटी देशी शराब बरामद की हैं, जो हरियाणा से लाई जा रही थी।

वारदात करने से पहले मेरठ के बदमाषों को मुठभेड़ में दबोचा

क्राइम ब्रांच ने मीतली चैराहे से मुठभेड़ के बाद मेरठ के दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों ने डकैती, लूट आदि कई घटनाओं का इकबाल किया। एएसपी अनिल सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि सूचना मिली थी कि मेरठ के बदमाश बागपत में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में आए। चेकिग अभियान के दौरान बागपत-मेरठ रोड स्थित मीतली चैराहे पर बाइक सवार बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने विपिन पुत्र राजकुमार उर्फ पप्पू व अंकित पुत्र महकार निवासीगण रामनगर गांव थाना किला परीक्षितगढ़ (मेरठ) को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से एक पिस्टल, एक तमंचा व बाइक मिली।

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