ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत समूहों की 638 महिलाओं को राजमिस्त्री का दिया गया प्रशिक्षण

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण अंचल की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को राजमिस्त्र्री का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले 03 महीनो में 253 महिलाओं का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित किया जा चुका है। इस प्रकार अब तक कुल 1104 महिलाओं को राजमिस्त्री के रूप में चयनित किया गया है और इनमें 638 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है।

Update: 2019-08-01 14:33 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण अंचल की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को राजमिस्त्र्री का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले 03 महीनो में 253 महिलाओं का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित किया जा चुका है। इस प्रकार अब तक कुल 1104 महिलाओं को राजमिस्त्री के रूप में चयनित किया गया है और इनमें 638 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है।

प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास अनुराग श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उ0प्र0 राज्य ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत प्रदेश के देहाती क्षेत्रों की गरीब परिवारों की महिलाओं को समूहों में संगठित कर आजीविका के विकल्प प्रदान कर रोजगार बढ़ाने के निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं।

इसी क्रम में केन्द्र व प्रदेश सरकार के स्वच्छ भारत मिशन तथा सबका विकास के संकल्प को साकार करने के लिए समूहों की महिलाओं को पंचायतीराज विभाग के साथ अभिसरण कर राजमिस्त्री का प्रशिक्षण देकर रोजगार की दिशा में नये प्रयोग किये जा रहे हैं। पिछले साल 851 समूहों की महिलाओं का राजमिस्त्री प्रशिक्षण हेतु चयन किया गया। इसमें से कुल 375 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनके आसपास आजीविका के साधन उपलब्ध कराना है।

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