अमित शाह से मिले ओमप्रकाश राजभर, 17 अति पिछड़ी जातियों के लिए मांगा आरक्षण

लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की नाराजगी को दूर करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को मैराथन बैठक की।

Update: 2018-04-11 15:46 GMT

लखनऊ


सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की नाराजगी को दूर करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को मैराथन बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पाण्डे भी मौजूद रहे। इस मुलाकात में ओमप्रकाश राजभर ने अमित शाह के सामने सात बिन्दुओं को रखते हुए उनको पूरा करने की अपेक्षा कर डाली। इसमें पिछड़ी जाति के लिए तय आरक्षण को विभाजित करने या 17 जातियों को आरक्षण दिये जाने की मांग भी प्रमुख है। इसके साथ ही उनकी पार्टी के लिए लखनऊ मुख्यालय में कार्यालय के लिए भवन उपलब्ध कराने 

बता दें कि काबीना मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने मार्च में जहां एक जनसभा में भाजपा से बगावत तक के संकेत दे दिये थे, वहीं अपै्रल में वाराणसी पहुंचने पर भी ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा के खिलाफ आग उगलना जारी रखा। मामले ने तूल पकड़ा तो भाजपा से नाराज ओमप्रकाश राजभर से अमित शाह ने बात की और लखनऊ दौरे पर उनसे मुलाकात का समय दिया था।
मिशन 2019 को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दस अपै्रल से यूपी दौरे पर हैं। इस दौरान शाह न केवल आगामी लोकसभा की तैयारियों का जाएजा लेने के लिए संगठन और सरकार के साथ बैठकें करेंगे, बल्कि पार्टी से नाराज चल रहे सहयोगी दलों की शिकायतों को भी दूर करने की कोशिश करेंगे। इस सिलसिले में बुधवार को अमित शाह की अध्यक्षता में सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर सहयोगी दलों के साथ बैठक हुई, जिसमें पार्टी से नाराज चल रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी शामिल हुए। उन्होंने न केवल भाजपा अध्यक्ष के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की बल्कि अपनी 7 मांगों को भी उनके सामने प्रमुखता के साथ रखा। बता दें कि इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, सीएम योगी समेत प्रदेश के कई अन्य मंत्री और नेतागण मौजूद रहे। ओमप्रकाश राजभर ने अमित शाह के सामने जिन सात मांगों को रखा, उनमें पिछड़ी जातियों के 27 फीसदी आरक्षण में विभाजन करने की मांग प्रमुख है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा करने में सरकार के समक्ष कोई दिक्कत पेश आ रही है तो पिछली सरकार द्वारा 17 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का प्रस्तावा पास किया जाये, ताकि अति पिछड़ों को इंसाफ मिल सके। इकसे अलावा ओमप्रकाश राजभर ने अमित शाह को यह शिकायत भी की है कि सूबे के अधिकारियों के द्वारा भाजपा के साथ सहयोगी दलों के विधायकों व मंत्रियों के कहने पर भी सुनवाई नहीं की जाने की समस्या गंभीर बन रही है। अधिकारी फोन तक भी नहीं उठाते हैं। इस पर कार्यवाही कर अधिकारियों को जवाबदेह बनाने की मांग की गयी है। इसके अतिरिक्त मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने अपनी पार्टी के ऑफिस के लिए लखनऊ मुख्यालय पर भवन उपलब्ध कराने की मांग के साथ ही राशन कार्ड, आवास, शौचालय, पेंशन पात्र व्यक्तियों को उपलब्ध कराने, परिषदीय विद्यालयों में खाली पदों पर अध्यापकों की नियुक्ति तथा संविदा पर रिक्त पदों की भर्ती कराने, सरकार के विभिन्न विभागों में दिव्यांग जनों का कोटा विशेष अभियान चलाकर नियमित नियुक्ति कर भरवाने और दिव्यांग जनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल हर विधानसभा में कम से कम 500 उपलब्ध कराने की मांग की है। इन मांगों पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ चर्चा की और भरोसा दिया कि सरकार गंभीरतापूर्वक निर्णय करेगी।

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