विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में आवदेन करने की तिथि 09 अगस्त निर्धारित

शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों तथा पारम्परिक कारीगरों के विकास हेतु संचालित ‘‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’’ में आवदेन की तिथि निर्धारित कर दी गई है। जनपद लखनऊ के पारम्परिक कारीगर निर्धारित टेªडों में 09 अगस्त तक अपना आवेदन कर सकते हैं।

Update: 2019-08-01 14:24 GMT

लखनऊ। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों तथा पारम्परिक कारीगरों के विकास हेतु संचालित ''विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना'' में आवदेन की तिथि निर्धारित कर दी गई है। जनपद लखनऊ के पारम्परिक कारीगर निर्धारित टेªडों में 09 अगस्त तक अपना आवेदन कर सकते हैं। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत पारम्परिक कारीगरों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के पश्चात् उन्हें निःशुल्क आधुनिक टूल किट उपलब्ध कराये जाएंगे। साथ ही प्रशिक्षण अवधि के दौरान कारीगरों को मानदेय देने की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, ताकि प्रशिक्षण अवधि में उनको जीवन-यापन में कोई कठिनाई न होने पाये।

यह जानकारी उपायुक्त उद्योग पवन कुमार ने दी है। उन्हेांने बताया कि टोकरी बुनकर, बढ़ई, हलवाई, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, राजमिस्त्री, मोची आदि इच्छुक पारम्परिक टेªडों के युवक/युवतियां निम्नलिखित अर्हताएं पूर्ण करते हुए कार्यालय जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र, 8 कैण्ट रोड, कैसरबाग, लखनऊ में निर्धारित तिथि तक किसी भी कार्यदिवस में प्रशिक्षण हेतु आवेदन पत्र प्राप्त कर जमा कर सकते हैं।

उपायुक्त उद्योग पवन कुमार ने बताया कि योजना में आवेदन हेतु आवेदक को उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए। उसकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है। आवेदक पारम्परिक कारीगरी से जुड़ा होना चाहिए (सम्बन्घित टेªड का प्रमाण पत्र) । साथ ही किसी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था/सरकारी संस्था इत्यादि का डिफाल्टर नहीं होना चाहिए। इसके अलावा आवेदक को पूर्व में भारत सरकार/राज्य सरकार द्वारा संचालित किसी भी योजना से आच्छादित नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि परिवार का एक सदस्य ही योजनान्तर्गत पात्र होगा।

Tags:    

Similar News