जिलों में पौधशाला एवं अलंकृत उद्यानों की स्थापना हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश
उत्तर प्रदेश में औद्यानिक एवं बागवानी गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु जनपदों में पौधशाला एवं अलंकृत उद्यान स्थापित किये जायेंगे। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को आकर्षक और व्यावहारिक कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। उद्यान विभाग की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए एक व्यापक प्रचार अभियान भी शुरू किये जाने की भी योजना बनाई जा रही है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में औद्यानिक एवं बागवानी गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु जनपदों में पौधशाला एवं अलंकृत उद्यान स्थापित किये जायेंगे। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को आकर्षक और व्यावहारिक कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। उद्यान विभाग की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए एक व्यापक प्रचार अभियान भी शुरू किये जाने की भी योजना बनाई जा रही है।
यह जानकारी उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि अलंकृत पौधे, पुष्प, हरे-भरे मैदान प्रकृति की विशिष्ठ देन है जो आज के तनाव एवं दूषित वातावरण में तरोताजा एवं प्रफुल्लित रहने का संदेश देते हैं। अलंकृत उद्यानों में विभिन्न प्रकार के अलंकृत/शोभाकर पौधे एवं श्रब्स, हरे-भरे घास के मैदान, मनमोहक राकरी, छाया में उगने वाले शोभाकार पौधों का उत्पादन एवं संरक्षण का कार्य ग्रीन हाउस में किया जायेगा। उन्होंने बताया कि उद्यान विभाग द्वारा स्थापित सार्वजनिक एवं अलंकृत उद्यानों के विकास एवं रखरखाव का कार्य अलंकृत बागवानी योजनान्तर्गत किया जायेगा।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान ने बताया कि किसानों की आय को दोगुना करने में उद्यान विभाग की महती भूमिका है। इसलिए विभागीय योजनाओं का व्यापक प्रचार इस प्रकार सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं, ताकि अधिक से अधिक किसान लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि किसानी के साथ ही बागवानी में रूचि रखने वाले इच्छुक लोगों को गोष्ठियों के माध्यम से जागरूक करने की पहल की जा रही है। साथ ही उन्हें औद्योगीकरण का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा।
उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान ने बताया कि औद्यानिक योजनाओं को पूरी पारदर्शिता से लागू किया जायेगा, जिससे उद्यान विभाग की सार्थकता सिद्ध हो सके और लोग अधिकाधिक लाभ उठा स