एक्टिव मोड में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी, कहा लापरवाही बर्दाश्त नहीं
बेसिक शिक्षा विभाग के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी ने बतया कि दूसरे अन्य विभाग भी बेसिक शिक्षा को बढ़ावा देने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उन्होंने बताया कि स्कूलों की एमडीएम योजना में शिकायत अक्सर मिलती रहती है, इसके लिए सभी मंडलों में फ्लाइंग स्क्वायड का गठन किया जायेगा। एडी बेसिक के नेतृत्व में गठित फ्लाइंग स्क्वायड टीम मिड डे मिल पर निगाह रखेगी। इस टीम में कुल 4 सदस्य होंगे। टीम स्कूल और अन्य स्थानों का निरीक्षण करेंगी और सभी बातों पर गौर करेगी। बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड टीम हर महीने 2 स्कूलों का निरीक्षण करेगी, इसके साथ वे स्वयं भी मिड़-डे मील योजना की हर महीने समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि मिड़-डे मील योजना का थर्ड पार्टी सोशल ऑडिट भी कराया जायेगा।
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी विधिवत् पदभार सम्भालते ही पूरे फाॅर्म में आ गये हैं, उन्होंने विभागीय आला अफसरों की बैठक के बाद बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग में मीडिया सेल बनेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस मांग को स्वीकार कर लिया गया है। इससे पूर्व आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन' का एक प्रतिनिधिमंडल ने बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ.सतीश द्विवेदी से शिष्टाचार मुलाकात कर उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया तथा बेसिक शिक्षा विभाग का स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री बनाए जाने पर उन्हें बधाई दी।
बेसिक शिक्षा विभाग के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी ने बतया कि दूसरे अन्य विभाग भी बेसिक शिक्षा को बढ़ावा देने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उन्होंने बताया कि स्कूलों की एमडीएम योजना में शिकायत अक्सर मिलती रहती है, इसके लिए सभी मंडलों में फ्लाइंग स्क्वायड का गठन किया जायेगा। एडी बेसिक के नेतृत्व में गठित फ्लाइंग स्क्वायड टीम मिड डे मिल पर निगाह रखेगी। इस टीम में कुल 4 सदस्य होंगे। टीम स्कूल और अन्य स्थानों का निरीक्षण करेंगी और सभी बातों पर गौर करेगी। बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड टीम हर महीने 2 स्कूलों का निरीक्षण करेगी, इसके साथ वे स्वयं भी मिड़-डे मील योजना की हर महीने समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि मिड़-डे मील योजना का थर्ड पार्टी सोशल ऑडिट भी कराया जायेगा।
ट्रांसफर पॉलिसी के सम्बन्ध में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि वे जल्द ही इसको लेकर भी कदम उठाएंगे। उन्होंने बताया कि महिला शिक्षकों का ट्रांसफर पीरियड 1 साल और अन्य लोगों को ट्रांसफर पीरियड 3 साल होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर नीति में सैनिकों की पत्नियों को प्राथमिकता दी जायेगी और अक्टूबर से मार्च के बीच ही ट्रांसफर हों सकेंगे। उन्होंने बताया कि सिर्फ अपनी गृह ग्राम पंचायत को छोड़कर शिक्षकों को बाकी कहीं तैनात किया जा सकता है।
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने बताया कि अब समय आ गया है, जब शिक्षा विभाग में नीतिगत फैसला लेकर इसमें आमूलचूल परिवर्तन किया जाये। उन्होंने कहा कि इसके लिए डायरेक्टर जनरल निदेशालय बनाया जायेगा। वे स्कूल एजुकेशन को लेकर काम करेंगे। इसके साथ शिक्षा परिषद कार्यालय लखनऊ में ही स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि विभाग में मृतक आश्रितों की उचित पदों पर नियुक्ति की जाएगी। बेसिक शिक्षा मंत्री ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि पीजी होने के बाद यहां लोग चपरासी के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि अगर अब वो टीईटी पास कर लेंगे तो उन्हें शिक्षक बनाया जायेगा।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि शहर के विद्यालयों को दुरुस्त किया जायेगा, इसमें नगर विकास विभाग हमारी मदद करेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फर्जी शिक्षकों को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा और स्कूलों में केवल एनसीईआरटी की पुस्तकें ही पढ़ाई जाएंगी। बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि अब बच्चों को कॉपी, किताब और स्वेटर समय से उपलब्ध कराया जायेगा और पुस्तकों के लिए अलग से निगम बनेगा।
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि जल्द ही विभाग के तमाम खाली पद भरे जाएंगे और अब केवल अच्छे अफसर ही बीएसए बनेंगे। इसके लिए वे बाकायदा उनसे आवेदन लेंगे और संतुष्ट होने के बाद बिना भेदभाव बीएसए के पद पर उनकी नियुक्ति की जायेगी। बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब स्कूल शुरू होने से पहले 15 मिनट बच्चों को पीटी और योगा कराया जायेगा। इसके बाद छुट्टी से पहले भी बच्चे पीटी करेंगे। उन्होंने कहा हम जल्द ही प्रेरणा एप लॉन्च करने जा रहे हैं, जिसके तहत हर स्कूल को टैबलेट दिया जाएगा। उन्होंने विभागीय अफसरों को चेतावनी भी दी कि मैटरनिटी लीव, चाइल्ड केयर लीव में लापरवाही बर्दाश्त नहीं जायेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही छुट्टियों का सिस्टम ऑनलाइन किया जायेगा और सभी अधिकारी ऑनलाइन ही छुट्टी लेंगे, इससे अवकाश लेने में होने वाला फर्जीवाड़े पर अंकुश लग सकेगा।