बेसिक शिक्षा निदेशक ने पुस्तक ''हमार किताब हमार पढ़ाई हमरे बोली में'' का किया विमोचन
बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कक्षा एक से कक्षा 3 तक की कलरव की पाठ्य पुस्तकों का भोजपुरी भाषा में रूपांतरित पुस्तक ‘‘हमार किताब, हमार पढ़ाई हमरे बोली में‘‘ का विमोचन किया।
लखनऊ। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कक्षा एक से कक्षा 3 तक की कलरव की पाठ्य पुस्तकों का भोजपुरी भाषा में रूपांतरित पुस्तक ''हमार किताब, हमार पढ़ाई हमरे बोली में'' का विमोचन किया। यह रूपांतरण प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जाफरपुर, आजमगढ़ अमरनाथ के नेतृत्व में किया गया। इस पुस्तक की रचना बच्चों को उनकी मातृ बोली में सीखने का अवसर एवं सहज वातावरण बनाते हुए ज्वाॅयफुल लर्निंग के उद्देश्य से की गयी है।
किसी भी विद्यार्थी को अपना परिवेश और अपनी बोली से स्वाभाविक लगाव होता है क्योंकि प्रारंभ से ही बिना किसी अतिरिक्त प्रयास के वह इसे समझ सकता है और उसके अंदर समझने की क्षमता विकसित होती है। जब हम बच्चे के ज्ञान को परिवेश से जोड़ने की बात करते हैं तो उसमें बोली का बहुत महत्व होता है। बच्चा अपनी भाषा और बोली में उसे समझता है और उसको मानक भाषा से जोड़ने में विद्यालय का वातावरण सहायक हो जाता है। इसी उद्देश्य को लेकर ''हमार किताब हमार पढ़ाई हमरे बोली में'' विकसित की गई है।
इस पुस्तक में कक्षा एक से कक्षा 3 तक की पुस्तकों का भोजपुरी रूपांतरण करने का प्रयास किया गया है, जिससे बच्चों के अंदर एक पढ़ाई के प्रति आकर्षण उत्पन्न होगा और उन्हें दुरूह शब्दों एवं विषय वस्तु को समझने में आसानी होगी। यह पुस्तक उन शिक्षकों के लिए भी उपयोगी साबित हो सकती है, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी उत्तर प्रदेश के स्कूलों में कार्यरत हैं। इस पुस्तक के माध्यम से उन शब्दों की जानकारी होगी, जो बच्चों की बोली भाषा के शब्द कोष में होते हैं। इस अवसर पर अपर निदेशक बेसिक शिक्षा श्रीमती ललिता प्रदीप भी उपस्थित थी।