मुज़फ्फरनगर में बेफिक्र ना रहें बदमाश , अनंत देव गए तो क्या, सुधीर कुमार भी हैं अपराधियों के यमदूत

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में जनपद मुजफ्फरनगर को क्राइम कैपिटल कहा जाता रहा है मगर मई 2017 में जब तेज तर्रार आईपीएस अनंत देव तिवारी ने मुजफ्फरनगर के कप्तान की कमान संभाली तो रमजान और कावड़ जैसे त्यौहार सर पर थे।

Update: 2018-09-07 12:31 GMT

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में जनपद मुजफ्फरनगर को क्राइम कैपिटल कहा जाता रहा है मगर मई 2017 में जब तेज तर्रार आईपीएस अनंत देव तिवारी ने मुजफ्फरनगर के कप्तान की कमान संभाली तो रमजान और कावड़ जैसे त्यौहार सर पर थे। अनंत देव जैसे ही इन त्योहारों से फ्री हुए तो उन्होंने मुजफ्फरनगर के बदमाशों के खिलाफ पुलिसिया अभियान शुरू कर दिया, जिसका एक साल से भी ज्यादा कार्यकाल में रिजल्ट आया 9 बदमाश यमलोक पहुंच गए तो सैकड़ों बदमाश पुलिस एनकाउंटर में घायल होकर बड़े घर को रवाना हो गए। हालात बदमाशों की इस कदर खराब हुई की कोई बुर्का पहनकर अदालत में हाजिर हो गया, तो बहुत से बदमाशों ने थानों में सरेंडर कर दिया। कुल मिलाकर अनंत देव के एक साल से अधिक के कार्यकाल में बदमाश या तो जेल की सलाखों के पीछे चले गए या जिला ही छोड़ दिया। अब अनंत देव को कानपुर का कप्तान बना दिया गया तो उनकी जगह 2009 बैच के आईपीएस सुधीर कुमार सिंह को मुजफ्फरनगर के कप्तान की कमान सौंपी गई।

अनंत देव के ट्रांसफर के बाद कुछ बदमाशों को लगा लग रहा है कि अब वह बेफिक्र हो गए हैं, मगर शायद वह सुधीर कुमार सिंह की कार्यप्रणाली से वाकिफ नहीं है, जिस भी जिले में सुधीर कुमार सिंह डिप्टी एसपी रहे हो या एडिशनल एसपी या फिर कप्तान के पद पर तैनात किये गये हों, अपराधियों को उन्होंने अपने इलाके में कोई छूट नहीं दी। अमरोहा में एसपी के पद पर पोस्टिंग के दौरान उन्होंने कई बदमाशों का एनकाउंटर कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा तो कई बड़े इनामी बदमाशों को भी उन्होंने गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई। अमरोहा में उनके कार्यकाल में पुलिस ने कई गुड वर्क किए, जिनको अमरोहा की जनता भलि भांति जानती है। मुजफ्फरनगर में सुधीर कुमार सिंह के कप्तान की कमान संभालते ही चरथावल में एक दलित लड़की की हत्या कर दी गई। इस घटना को उन्होंने चुनौतीपूर्ण माना, जिसका नतीजा रहा कि 2 दिन बाद ही चरथावल प्रभारी निरीक्षक विन्ध्यांचल तिवारी एवं तितावी थानाध्यक्ष सूबे सिंह यादव ने मिलकर इस मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर एक युवक को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही 2 दिन पहले जब सिविल लाइन थाना क्षेत्र के रमानी नर्सिंग होम पर एक महिला मरीज की मौत के बाद भीड़ ने अस्पताल को घेरकर हंगामा करना प्रारम्भ किया तो इसकी सूचना मिलते ही एसएसपी सुधीर कुमार सिंह तत्काल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाकर मामला शांत किया। उनके मार्गनिर्देशन में अपराध उन्मूलन अभियान में जुटी नई मण्डी कोतवाल हरसरन शर्मा, सब इंस्पेक्टर नरेश भाटी एवं उनकी टीम ने एनकाउंटर के दौरान 25 हजार के इनामी बदमाश अजय शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा। सिखेडा पुलिस ने नशे का कारोबार करने वाली तीन तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया तो वहीं शहर कोतवाली पुलिस ने परिजनों द्वारा पुलिस अभिरक्षा से अपहृत की गयी लड़की को कुछ ही देर में बरामद किया। इस अपने पे्रमी के साथ कोर्ट मैरिज करने वाली मीरापुर क्षेत्र की इस लड़की को हाईकोर्ट के आदेश पर मेडिकल परीक्षण के लिए महिला थाना पुलिस जिला अस्पताल लेकर पहुंची थी, यहां परिजनों ने पुलिस की गाड़ी पर हमला कर लड़की का अपहरण कर लिया था, लेकिन एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने इसे चुनौती के रूप में स्वीकार कर पुलिस को तत्काल लड़की को बरामद करने के निर्देश दिये। शहर कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कपरवान ने एक घंटे के अन्दर ही लड़की के परिजनों की घेराबन्दी की, तो परिजन लड़की को गांव शेरपुर के जंगल में छोड़कर फरार हो गये। पुलिस ने लड़की को सकुशल बरामद किया तो वहीं आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद कई आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया। इन घटनाओं से ये साफ है कि एसएसपी सुधीर कुमार सिंह अपराध और अपराधियों के लिए कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ने वाले हैं। 

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