अमरोहा में तीन करोड़ रूपये की नकली दवाइयां पकड़ी, चार अभियुक्त गिरफ्तार
लखनऊ। जिला अमरोहा के पुलिस एवं मुरादाबाद व मेरठ मण्डल के औषधि नियंत्रण विभाग के अधिकारियों की टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली एवं नशीली दवाइयां बरामद कीं। सभी बरामदशुदा दवाइयों की अनुमानित कीमत लगभग तीन करोड़ रूपये है।
लखनऊ। जिला अमरोहा के पुलिस एवं मुरादाबाद व मेरठ मण्डल के औषधि नियंत्रण विभाग के अधिकारियों की टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली एवं नशीली दवाइयां बरामद कीं। सभी बरामदशुदा दवाइयों की अनुमानित कीमत लगभग तीन करोड़ रूपये है। इस अभियान में कुल 39 प्रकार की संदिग्ध औषधियों के नमूने एकत्र कर जांच एवं विश्लेषण हेतु राजकीय प्रयोगशाला में भेजे गये हैं। यह जानकारी औषधि अनुज्ञापन एवं नियंत्रण प्राधिकारी ए0के0 जैन आज यहां दी।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को सूचना प्राप्त हुई थी कि कतिपय तत्वों द्वारा मुरादाबाद मण्डल के जनपदों के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी कम्पनियों के नकली उत्पादों को बेचा जा रहा है। इस पर कार्यवाही करते हुए औषधि निरीक्षक, नरेश मोहन दीपक और पीयूष कुमार ने छानबीन की। इसी दौरान सूचना प्राप्त हुई कि सलीम नाम का एक व्यक्ति थाना हसनपुर, जनपद अमरोहा में मनौरा पुल के पास दीपांशु नामक व्यक्ति से नकली एवं नशीली दवाइयों खरीदने जा रहा था। प्राप्त सूचना पर सचेत चेकिंग अभियान के दौरान भारी मात्रा में पांच प्रकार की नकली एवं नारकोटिक श्रेणी की दवायें बरामद की गयीं। पुलिस से प्राप्त सूचना के आधार पर इन दोनों औषधि निरीक्षकों ने जांच में पाया कि औषधियां नकली एवं नारकोटिक श्रेणी की हैं। पूछताछ के दौरान पाया गया कि सलीम अहमद नाम का व्यक्ति दीपांशु तोमर से नकली दवायें खरीदता है और दीपांशु तोमर इन्हें नीरज शर्मा नामक व्यक्ति से खरीदता है, जो फोन से आर्डर देने पर अपनी गाड़ी से नकली माल की सप्लाई करता है। दीपांशु के मोबाइल से नीरज शर्मा के मोबाइल पर फोन करके कुल आठ प्रकार की दवाइयों की सप्लाई का आर्डर दिया गया, जिस पर वह चार घंटे बाद दिए गए आर्डर के अनुसार सप्लाई करने के लिए उसी मनौरा पुल का स्थान नियत किया। इसी नियत स्थान पर सफेद सेन्ट्रो कार की तलाशी लेने पर दिये गये आर्डर के अनुसार नकली दवाइयां बरामद हुईं। कार से आया व्यक्ति नीरज शर्मा पुत्र राजवीर शर्मा ने बताया कि हसनपुर में महेन्द्र सिंह नाम का व्यक्ति इन नकली एवं नशीली दवाओं का बहुत बड़ा कारोबारी है और नीरज शर्मा उसी के साथ व्यापार करता है। नीरज ने कहा कि अगर उसे छोड़ दिया जाए तो वह गोपनीय गोदामों की जानकारी दे देगा। कार्यवाही के दौरान अपराध में शामिल चारों अभियुक्तों को पुलिस हिरासत में लिया गया एवं थाना हसनपुर में इन सभी के विरूद्ध औषधि अधिनियम, नारकोटिक्स एक्ट एवं आई0पी0सी0 की सुसंगत धाराओं में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी गयी। इन बरामदशुदा औषधियों में देश की एक नामी गिरामी निर्माता कम्पनी द्वारा पांच प्रकार की औषधियों के नकली उत्पाद प्रथम दृष्टया नकली पाये गये। इसके अलावा अमेरिका स्थित एक कम्पनी जो भारत में निर्माणध्विपणन नहीं करती है, के नाम से भी निर्मित उत्पाद पाये गये जो नकली प्रतीत हो रहे थे। बरामद सभी दवाइयों को सीज कर दिया गया। अभिग्रहीत औषधियों को थाना हसनपुर, जिला अमरोहा के सुपुर्द किया गया।
अभियुक्त नीरज शर्मा एवं महेन्द्र सिंह को औषधि अधिनियम, 1940 की धारा 18/27, सहपठित उ0प्र0 संशोधन अधिनियम 47 आॅफ 1975, आई0पी0सी0 की धारा 275, 276, 419, 420, 467 एवं एन0डी0, पी0एस0 एक्ट, 1985 की धारा-21, 22, 23 व 24 सहपठित नियम 66 के उल्लंघन के कारण उक्त धाराओं में अपराध पंजीकृत कराते हुए पुलिस अभिरक्षा में दिया गया।