सरकारी स्कूल में गरीब का बच्चा पढेगा इस मानसिकता को बदलना होगा- कपिल देव अग्रवाल

विधायक कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि 1 जुलाई से 31 जुलाई तक जनपद में स्कूल चलो अभियान चलाया जायेगा। उन्होने कहा कि इस अभियान के अन्तर्गत बच्चों व उनके अभिवावकों को शिक्षा व स्कूल में एडमिशन के प्रति जागरूक करने का कार्य किया जायेगा। उन्होने कहा कि सरकारी स्कूलों मे शतप्रतिशत नामांकन कराया जाये। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर उंचा करने के लिए सभी की जिम्मेदारी हैै। उन्हाने कहा कि ‘स्कूल चलो अभियान’ को कामयाब करने के लिए शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों के माता पिता/अभिभावकों से सम्पर्क कर शिक्षा के महत्व से उन्हें अवगत कराते हुए बच्चों को स्कूलों में नामांकित कराने के लिए प्रेरित करें।

Update: 2019-07-01 15:55 GMT

मुजफ्फरनगर।  विधायक कपिल देव अग्रवाल,  जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आचंल तोमर एवं जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने जिला पंचायत सभागार में सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत 'स्कूल चलो अभियान' का शुभारम्भ किया।  विधायक कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि 1 जुलाई से 31 जुलाई तक जनपद में स्कूल चलो अभियान चलाया जायेगा। उन्होने कहा कि इस अभियान के अन्तर्गत बच्चों व उनके अभिवावकों को शिक्षा व स्कूल में एडमिशन के प्रति जागरूक करने का कार्य किया जायेगा। उन्होने कहा कि सरकारी स्कूलों मे शतप्रतिशत नामांकन कराया जाये। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर उंचा करने के लिए सभी की जिम्मेदारी हैै। उन्हाने कहा कि 'स्कूल चलो अभियान' को कामयाब करने के लिए शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों के माता पिता/अभिभावकों से सम्पर्क कर शिक्षा के महत्व से उन्हें अवगत कराते हुए बच्चों को स्कूलों में नामांकित कराने के लिए प्रेरित करें। विशेषकर आउट ऑफ  स्कूल बच्चों को चिन्हित करके उनकी आयु के अनुसार कक्षा में प्रवेश सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि सरकारी स्कूल में गरीब का बच्चा पढेगा इस मानसिकता को बदलना होगा। शिक्षा देना पुण्य का कार्य है। बच्चों का नामांकन शतप्रतिशत कराना है।



जिलाधिकारी अजय शंकर  पाण्डेय ने कहा कि 'स्कूल चलो अभियान' का उददेश्य है कि हम बच्चों केा स्कूलों में लाये और उनका नामाकंन शत प्रतिशत करे। उन्होने कहा कि जहां शिक्षा है वही विकास हुआ है। स्कूलों में नामांकन बढाने की कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि हम सबकों भी सबके साथ मिलकर पहल करनी होगी। उनहोने कहा कि गरीबी,जागरूकता का अभाव व माता पिता का अशिक्षित होना बच्चों की शिक्षा पर असर डालता है। उन्होने पढाई का वातावरण नही मिलने से बच्चें पढाई से दूर भागते है। हमे इन सब बातों केा ध्यान में रखते हुए अभियान में बच्चों को स्कूल की ओर लाना है। उन्होने कहा कि सरकारी स्कूलों को पब्लिक स्कूल की तरह बनाया जाये। सरकारी स्कूलों में पढाई का स्तर पब्लिक स्कूलों से अच्छा है। सरकारी स्कूल मे यूनिफार्म, फीस, भोजन, खेल का सामान सब फ्री दिया जाता है जबकि पब्लिक स्कूलो में अच्छी खासी फीस जमा होती है। उनहोने कहा कि सरकारी स्कूलों में परीक्षा पास कर आये शिक्षक होते है। उनहोने कहा कि हमे विश्वास पैदा करना है कि सरकारी स्कूलो में पब्लिक स्कूलो से अच्छी शिक्षा मिलती है। सरकारी स्कूल की छवि को सुधारना है और सरकारी स्कूल के शिक्षको के प्रति अपनी सोच को बदलना है। उन्होने कहा कि अभिवावकों का भी दायित्व है कि सरकारी स्कूल में पढ रहे बच्चो  के बेहतर भविष्य के लिए स्कूल पर भी नजर रखे अगर कोई कमी आदि है तो उसे इंगित करते हुए उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया जाये ताकि कमी को दूर कराया जा सके और बच्चों को बेहतर व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दी जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि आज के दौर में शिक्षको व अभिवावकों का दायत्वि है कि वे बच्चों को हो रहे बाल अपराध के बचने के बारे व सचेत रहेने की जानकारी अवश्य दे।

जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान में कोई मजरा, गांव, मुहल्ला, परिवार या दूरदराज क्षेत्र व ईट-भट्टों के परिवार के बच्चे एवं विकलांग बच्चे इस अभियान से वंचित न रहें। उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए रैली व प्रभात फेरी का आयोजन भी किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि ए0बी0एस0ए0 स्कूलों में  पढाई की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें ताकि अभिभावकों को महसूस हो कि सरकारी स्कूलों में भी अच्छी शिक्षा मुहैय्या कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि अनिवार्य शिक्षा के तहत अब बच्चों को स्कूलों में पढाना अनिवार्य है इसकी जानकारी भी अभिभावकों तक पहुंचायें। जिलाधिकारी ने कहा कि यह अभियान जितना प्रभावी होगा उतना ही बच्चों को स्कूलों में नामांकन कराना आसान होगा। उन्होने कहा कि प्रत्येक विकास खण्ड पर नोडल अधिकारियों भी तैनात किये गये है जो इस अभियान में अपना पूर्ण सहयोग देगे।

मुख्य विकास अधिकारी अर्चना वर्मा ने कहा कि इस अभियान में कोई बच्चा न छूटे यह जिम्मेदारी सबको लेनी है। प्रत्येक बच्चे केा स्कूल में लाया जाये, अभिवावको की काउंसलिग की जाये उन्हे जागरूक किया जाये। उन्होने कहा  कि 6 जुलाई से 10 जुलाई तक घर घर जाकर अभिाववकों से मिलकर बच्चों का स्कूलो में नामांकन कराया जायेगा और 12 जुलाई को प्रवेश उत्सव मनाया जायेगा और 14 जुलाई तक सभी बच्चों केा स्कूल में प्रवेश दिलाया जायेगा।



इस अवसर पर जनपद में सर्वाधिक नामांकन करने वाले पांच प्राथमिक विधालयों जिनमें बुढाना प्राथमिक विधायल न03, न्याजूपुरा प्राथमिक विधालय न01, हरसौली प्राथमिक विधालय नम्बर 1, प्राथमिक विधालय पुरकाजी तथा प्राथमिक विधालय चितौडा केे प्रधानाचार्य/शिक्षकों केा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में मा0 विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बच्चों को यूनिफार्म, किताबो, जूते व मौजों का भी वितरण किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आचंल तोमर ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेश शर्मा सहित सभी एबीएसए, स्कूलो के प्रधानाचार्य, शिक्षक व बच्चे उपस्थित थें।

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