एसएसपी का फरमान-वाहन चैकिंग के नाम पर खानापूर्ति नहीं, रिजल्ट चाहिए

मुजफ्फरनगर। जनपद के नये पुलिस कप्तान सुधीर कुमार सिंह चार्ज संभालने के पहले ही दिन से अपराध उन्मूलन में जुट गये हैं।

Update: 2018-09-01 14:01 GMT

मुजफ्फरनगर। जनपद के नये पुलिस कप्तान सुधीर कुमार सिंह चार्ज संभालने के पहले ही दिन से अपराध उन्मूलन में जुट गये हैं। उन्होंने अपने कार्यालय में जन शिकायतों के निस्तारण को प्राथमिकता पर रखा और प्रतिदिन तीन घंटे वाहन चैकिंग चलाने के निर्देश देते हुए ये सुनिश्चित कर दिया कि उनको वाहन चैकिंग में खानापूर्ति नहीं, बल्कि ठोस रिजल्ट चाहिए। उन्होंने साफ कर दिया कि वाहन चैकिंग के दौरान कागजों के चैकिंग कर चालान संख्या दर्शाने तक ही पुलिस सीमित नहीं रहे। संदिग्धों की धरपकड़ होनी भी जरूरी है, ताकि अपराध से पहले ही अपराधियों पर अंकुश लगाया जाये।

2009 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार सिंह ने पिछले दिनों मुजफ्फरनगर में एसएसपी के पद पर कार्यभार संभाला। उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ शहर का पैदल भ्रमण कर स्थिति को परखा और यातायात व्यवस्था का जायजा भी लिया। उन्होंने अतिक्रमण की स्थिति देखकर नाराजगी जताई और सुधार के आदेश दिये। इसके साथ ही एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने शहर में प्रतिदिन तीन घंटे सुबह और शाम वाहन चैकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने इस अभियान को केवल खानापूर्ति तक सीमित नहीं रखने पर जोर दिया। उन्होंने वायरलैस सेट पर शहर के तीनों थानों को निर्देश दिये कि नगर में प्रतिदिन वाहन चैकिंग के नाम पर केवल खानापूर्ति नहीं करें, रिजल्ट भी सामने आने चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस अक्सर वाहन चैकिंग के दौरान दोपहिया वाहनों का चालान काटने तक सीमित रहती है, जबकि इस बार ऐसा नहीं होने दिया जायेगा। संदिग्धों और अपराधियों पर भी अंकुश लगाया जाये। वाहन चैकिंग में रिजल्ट चाहिए, चालान की संख्या दर्शाने तक काम नहीं होना चाहिए। एसएसपीने वर्किंग क्वालिटी पर जोर देते हुए कहा कि क्वांटिटी की परिपाटी से बाहर निकलकर अपराध उन्मूलन के लिए काम करें। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने वाहन चैकिंग के लिए नई व्यवस्था तय करते हुए निर्देश दिये कि जनपद में कहीं भी वाहन चैकिंग के दौरान दस्तावेज के नाम पर वाहन चालक का डीएल देखा जाये, और कागज चैक न हो। इसके अलावा बिना नम्बर के वाहन, नई उम्र के लड़कों की चैकिंग, संदिग्ध युवकों पर नजर रखी जाये। वाहन चैकिंग का मकसद अपराध से पहले अपराधियों की धरपकड़ होना चाहिए।

बता दें कि कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री कार्यालय के मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता में डीआईजी लाॅ एण्ड आॅर्डर प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने भी बताया था कि डीजीपी द्वारा सभी जनपदो के पुलिस कप्तानों को निर्देश जारी किये गये हैं कि संदिग्ध युवकों की चैकिंग की जाये, वाहनों की चैकिंग के समय पुलिस कागजात चैक करने के बजाये संदिग्ध युवकों की तलाशी लेने पर ज्यादा जोर दे। 

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