वृक्ष को लगाने के साथ-साथ इनका संरक्षण भी जरूरी - आशुतोष टण्डन

वृक्ष है तो जीवन है वरना वृक्षों केे बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। वृक्ष को लगाने के साथ साथ इनका संरक्षण भी जरूरी है। पेड़-पौधे ही पर्यावरण की सुरक्षा करते हैं। हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम प्रकृति से छेड़-छाड़ ना करें, बल्कि उसके साथ सामंजस्य बनाकर जीवन जियें।

Update: 2019-08-09 13:56 GMT

लखनऊ। वृक्ष है तो जीवन है वरना वृक्षों केे बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। वृक्ष को लगाने के साथ साथ इनका संरक्षण भी जरूरी है। पेड़-पौधे ही पर्यावरण की सुरक्षा करते हैं। हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम प्रकृति से छेड़-छाड़ ना करें, बल्कि उसके साथ सामंजस्य बनाकर जीवन जियें।


यह उद्गार प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे वृक्षारोपण अभियान व भारत छोड़ो आन्दोलन की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन 'गोपाल ' ने आज राजधानी लखनऊ स्थित पंतनगर रामलीला मैदान, खुर्रमनगर में वृक्षारोपण के उपरान्त व्यक्त किये।

वृक्षारोपण के दौरान अध्यक्ष, पन्तनगर सांस्कृतिक समिति, जी0डी0 शुक्ला, अध्यक्ष, उत्तराखण्ड महासमिति, मोहन सिंह विष्ट, सुप्रसिद्ध कवि, घनानन्द पाण्डेय, पार्षद, हेमा सनवाल एवं  हरिशचन्द्र लोधी, अवध क्षेत्र उपाध्यक्ष, अल्का मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, चेतन विष्ट एवं मण्डल अध्यक्ष, शशि जोशी, पूर्व पार्षद, त्रिभुवन तिवारी एवं रामू पाल तथा अनेक क्षेत्रवासी उपस्थित थे।

Tags:    

Similar News