घर से झगड़कर निकली नाबालिग-दो घंटे में बनी दो बार दरिंदों का शिकार
परिवारजनों के साथ छोटी सी बात के ऊपर झगड़ा करके निकली नाबालिग को घर से बाहर पांव धरते ही दरिंदों का शिकार होना पड़ा
नई दिल्ली। परिवारजनों के साथ छोटी सी बात के ऊपर झगड़ा करके निकली नाबालिग को घर से बाहर पांव धरते ही दरिंदों का शिकार होना पड़ा। महज 2 घंटे के भीतर दरिंदों ने दो स्थानों पर नाबालिग को दरिंदगी का शिकार बना डाला। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए दुष्कर्म करने वाले दरिंदों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
दरअसल महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली अनुसूचित जाति समुदाय की नाबालिक लड़की अपने परिवारजनों के साथ किसी बात को लेकर बहस हो जाने के बाद गुस्सा होकर अपने घर से निकल गई। उसके बाद एक दोस्त ने उसे अपने ऑटो रिक्शा में बैठाकर लोहा पुल इलाके में छोड़ दिया। जहां उसकी मुलाकात एक ऑटो रिक्शा चालक से हुई। जिसकी पहचान बाद में 25 वर्षीय शाहनवाज उर्फ़ सना मोहम्मद राशिद के रूप में हुई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घर से झगड़कर आई लड़की ने शाहनवाज से पैसे और आश्रय के साथ मदद करने का अनुरोध किया। लड़की को आसरा और पैसे देने के बहाने शाहनवाज उसे अपने ऑटो रिक्शा में बैठाकर अवैध शराब की एक दुकान पर ले गया। जहां उसने शराब खरीदकर खुद पी और लड़की को भी शराब पीने के लिए मजबूर किया। इसके बाद वह उसे 2 लोगों के किराए के मकान में ले गया जो नागपुर रेलवे स्टेशन पर टिमकी इलाके में लोडर का काम करते हैं। वहां शाहनवाज ने अपने दोस्त 26 वर्षीय मोहम्मद तौसीफ तथा मोहम्मद यूसुफ के साथ कथित तौर लड़की के साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। बाद में शाहनवाज लड़की को अपने ऑटो रिक्शा में बैठाकर मेयो अस्पताल चौक ले गया और उसे वहीं पर छोड़ आया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शाहनवाज के वहां से जाने के बाद दो अन्य ऑटो रिक्शा चालक लड़की के पास पहुंचे और जबरन अपने ऑटो रिक्शा में बैठाकर उसे ले गए। जहां उन्होंने निर्जन स्थान पर ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया। गनीमत यह रही कि देर रात लड़की को राहगीरों ने सड़क पर अकेला खड़े देख लिया और उससे बातों ही बातों में मामले की जानकारी ली। लड़की ने उनसे कुछ पैसों की जरूरत बताई ताकि वह नासिक के लिए ट्रेन में जा सके। लोगों ने उसे कुछ पैसे दिए। नागपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची लड़की ने ट्रेन का टिकट खरीदा और प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंच गई। इसी दौरान रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की एक गश्ती टीम ने उसे संदिग्ध अवस्था में खड़े देखा। जिसके बाद जीआरपी कर्मियों ने बातचीत में लड़की को अपने विश्वास में लिया और जानकारी जुटाने के बाद देखभाल केंद्र को सौंप दिया। पुलिस ने मोमिनपुरा इलाके में दबिश देते हुए आरोपी शाहनवाज, युसूफ और मोहम्मद मुशीर को गिरफ्तार कर पुलिस को सौंप दिया है।