रामपथ दुर्दशा- पीडब्ल्यूडी के बाद अब जल निगम के तीन इंजीनियर सस्पेंड
बारिश से बेहाल हुए रामपथ की 13 किलोमीटर के दायरे में 13 स्थानों पर सड़क जमीन में धंस गई है।
अयोध्या। भगवान राम की नगरी अयोध्या में जिस रामपथ को बनाने के लिए 844 करोड़ की भारी भरकम राशि खर्च की गई थी, उसके पहली ही बरसात में जमीन के अंदर समा जाने के मामले को लेकर शासन की ओर से की गई बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत पीडब्ल्यूडी के बाद अब जल निगम के तीन इंजीनियरों को सस्पेंड किया गया है। इस मामले में अभी तक 6 अफसरों पर एक्शन लिया जा चुका है।
अयोध्या में हुई मानसून की पहली ही बारिश में दम तोड़ते हुए 884 करोड रुपए की लागत से बनाए गए राम पथ के जमीन में धंस जाने के मामले को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से 8 घंटे के भीतर पीडब्ल्यूडी के बाद जल निगम के तीन इंजीनियर भी सस्पेंड कर दिए गए हैं। इनमें एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आनंद कुमार दुबे, अस्सिटेंट इंजीनियर राजेंद्र कुमार यादव एवं जूनियर इंजीनियर मोहम्मद शाहिद शामिल है।
जल निगम के तीन इंजीनियरों को सस्पेंड किए जाने से पहले लोक निर्माण विभाग के तीन इंजीनियर भी शासन द्वारा सस्पेंड किए गए थे। उल्लेखनीय है कि भगवान राम की नगरी अयोध्या में चार दिन पहले हुई बारिश से बेहाल हुए रामपथ की 13 किलोमीटर के दायरे में 13 स्थानों पर सड़क जमीन में धंस गई है।
8 मीटर गहरे गड्ढों की वजह से कई कई घंटे तक ट्रेफिक जम रहा है। हां बारिश रुकने के बाद लोक निर्माण विभाग के अफसर ने अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने के लिए आनंद-पणन में गिट्टियों से गड्ढों को भरवा कर लीपा पोती कर दी थी। मामला सामने आया तो देश भर में 844 करोड रुपए की लागत से तैयार किए गए राम पथ की दुर्दशा को लेकर चर्चा होने लगी थी।