बेटियां खोजने को पुलिस ने मांगी गाड़ी-पिता ने बेची गाय-तब पड़ी दबिश
योगी सरकार में लापता हुई अपनी दो बेटियों की तलाश के लिए पुलिस को गाड़ी देने को लाचार बाप को अपनी दो गाय बेच देनी पड़ी।;
गाजियाबाद। महिला सुरक्षा के लिए संवेदनशील उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में लापता हुई अपनी दो बेटियों की तलाश के लिए पुलिस को गाड़ी देने को लाचार बाप को अपनी दो गाय बेच देनी पड़ी। गाड़ी मिलने के बाद तब कहीं जाकर पुलिस ने उत्तराखंड पहुंचकर दबिश दी। इसके बावजूद भी बेटियों और आरोपियों का पता नहीं चल सका।
दरअसल जनपद गाजियाबाद के कस्बा लोनी स्थित प्रेमनगर में रहने वाला एक व्यक्ति गाड़ी चलाकर अपने परिवार की गुजर-बसर कर रहा है। उसकी 20 और 18 वर्ष की दो बेटियां आईटीआई की शिक्षा ग्रहण कर रही है। बीते माह की 30 जून को दोनों बेटियां ट्रेनिंग पर जाने की बात कहकर अपने घर से निकली थी। लेकिन देर शाम तक भी वह घर नहीं लौटी। दोनों की कॉल डिटेल्स खंगालने पर पता चला कि दोनों बहने अपने एक सहपाठी के संपर्क में थी। इसके आधार पर छात्राओं के पिता ने कुश, लव और विपिन के खिलाफ बहला-फुसलाकर भगा ले जाने की एफआईआर 1 जुलाई को थाना लोनी में दर्ज कराई थी। छात्राओं के पिता ने बताया है कि एक आरोपी की लोकेशन उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में आई थी।
उन्होंने लोनी थाना पुलिस से उत्तराखंड चलकर दबिश देने के लिए कहा तो आरोप है कि पुलिस ने इतनी दूर तक जाने के लिए गाड़ी और अन्य खर्चा देने की मांग की। आर्थिक रूप से पहले से ही लाचार दो बेटियों के पिता पर इतने रुपए नहीं थे कि वह इतना सारा खर्च उठा सके। इसी के चलते बेटियों की चाहत में पिता ने घर में मौजूद दो गाय 43000 में बेच दी। इसके बाद दोस्त की गाड़ी का इंतजाम करके पुलिस को दी। पुलिस ने टिहरी गढ़वाल जाकर एक घर पर दबिश दी। लेकिन आरोपी लड़का वहां पर मौजूद नहीं मिला। पुलिस दो दिनों तक उत्तराखंड में रही जिसका सारा खर्चा पीड़ित पिता ने वहन किया। इस दौरान पिता के तकरीबन 15000 रूपये खर्च हो गए। उत्तराखंड में दबिश देने के दौरान पहाड़ का एक बड़ा सा पत्थर गाड़ी के ऊपर आ गिरा। जिससे उसका शीशा चटक गया और अन्य नुकसान भी हुआ। इससे गाड़ी में तकरीबन 14000 का खर्चा आया। कुल मिलाकर गाय बेचकर बेटियों को खोजने के लिए जुटाए गए पिता के पैसे यूं ही खर्च हो गए लेकिन बेटियों का अभी तक सुराग नहीं लग सका है।