कोरोना का सितम-कैदियों से परिजनों की मुलाकात पर लगी रोक
कोरोना का संक्रमण देशभर में अपना कहर ढा रहा है। जेलों को भी कोरोना ने अपनी चपेट में लिए बगैर नहीं छोड़ा है।
नई दिल्ली। कोरोना का संक्रमण देशभर में अपना कहर ढा रहा है। जेलों को भी कोरोना ने अपनी चपेट में लिए बगैर नहीं छोड़ा है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली कारागार विभाग ने जेल में बंद कैदियों से उनके परिवारवालों की मुलाकात पर रोक लगा दी है।
शनिवार को दिल्ली कारागार विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण के मामलों में निरंतर हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए विभाग ने 5 अप्रैल से कैदियों से उनके घर वालों की मुलाकात पर रोक लगाने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि आंतरिक मुलाकात की व्यवस्था को कैदियों की सामान्य दिनचर्या के मद्देनजर रखते हुए बीती 20 मार्च को ही बहाल किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक जेल अधिकारियों ने राजधानी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कैदियों से परिजनों की मुलाकात की व्यवस्था को एक बार फिर से स्थगित करने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि कैदियों के साथ उनके वकीलों की मुलाकात की व्यवस्था पहले की तरह बरकरार रहेगी। लेकिन इस दौरान कैदियों से मिलने को कारागार पहुंचने वाले वकीलों को कोरोना गाइडलाइन के नियमों का पालन करना होगा। कारागार में कैदियों के लिए टेलीफोन और ई-मुलाकात की सुविधा भी बरकरार रहेगी। दिल्ली कारागार के महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों के एक बार फिर से बढ़ने को देखते हुए दिल्ली के कारागार में बंद कैदियों की उनके परिवार के सदस्यों व मित्रों से कराई जाने वाली बहुत दिन मुलाकात को सोमवार से अगले आदेश तक स्थगित रखने का फैसला लिया गया है।
15 दिन बाद एक बार फिर से हालातों की समीक्षा की जाएगी। दिल्ली कारागार विभाग द्वारा जारी किए गए कोरोना संक्रमण के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक 2 अप्रैल तक संक्रमित पाए गए 130 कैदियों में से 118 कैदी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। जबकि 2 कैदियों की मौत हो गई है और 10 कैदी उपचाराधीन हैं। दी गई जानकारी में बताया गया है कि कोविड-19 पीड़ित कारागार के 293 कर्मचारी भी अब कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं।