बड़ा खुलासा- भारत पर साइबर अटैक के पीछे था ड्रेगन
मुम्बई में हुई बिजली गुल के पीछे किसका हाथ था, इसका खुलासा न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में किया गया है।
नई दिल्ली। मुम्बई में हुई बिजली गुल के पीछे किसका हाथ था, इसका खुलासा न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में किया गया है। विगत वर्ष ऐतिहासिक रूप से मुम्बई में बिजली गुल करने के पीछे चीन का हाथ था। चीन ने साईबर अटैक कर बिजली गुल की थी। चीन का मानना था कि यदि उस पर इस तरह से अटैक किया जायेगा, तो वह सीमा पर जारी तनाव को लेकर कड़ा रवैया नहीं अपना सकेगा।
चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा पर जारी तनाव के चलते चीन ने साईबर अटैक की साजिश रची थी। इसी के तहत उसकी योजना बिजली आपूर्ति ठप करने की थी। चीन ने अपने हैकर्स समूह रेड इको के जरिये बिजली तंत्र पर मालवेयर शेडो पैड के जरिये यह हमला किया था। मुम्बई में विगत वर्ष ऐतिहासिक रूप से जो बिजली गुल हुई थी, उसका कारण अब सामने आया हे। बिजली मंत्रालय ने भी इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि साईबर अटैक को लेकर सीईआरटी ने बिजली कंपनी को 19 नवम्बर 2020 को इस बारे में मेल भेजकर आगाह किया था। सभी केन्द्रों ने इस खतरे से निपटने के उपाय भी किये थे।
बिजली मंत्रालय ने कहा कि सीईआरटी से नवंबर 2020 में चीन के साइबर हमले की सूचना मिलते ही एहतियाती कदम उठा लिए गए थे। न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल मुंबई में हुई ऐतिहासिक बिजली गुल के पीछे चीन का हाथ था। साईबर अटैक युद्ध का नया तरीका है, जो भविष्य में अपना कहर बरपायेगा। इसके जरिये संचार व्यवस्था को ठप्प किया जा सकता है। बिजली आपूर्ति को पूरी तरह से निष्क्रिय किया जा सकता है। बैंकिंग/फाईनेंशियल सिस्टम पर कब्जा किया जा सकता है और सरकार की गोपनीय सूचनाओं को भी चुराया जा सकता है।