महासभा के शपथ विवाद में घिरे मंत्री ने दिया इस्तीफा- काम नहीं आई सफाई

शपथ भी ग्रहण कराई गई थी कि वह हिंदू देवी देवताओं की पूजा नहीं करेंगे और ना ही ईश्वर के वजूद को मानेंगे।

Update: 2022-10-09 13:02 GMT

नई दिल्ली। बौद्ध महासभा की ओर से आयोजित किए गए कार्यक्रम में दीक्षा लेने वाले लोगों को हिंदुओं के देवी देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाने के मामले में जमकर मचे बवाल के बाद अपनी ओर से सफाई देने वाले केजरीवाल सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मंत्री की ओर से दी गई सफाई भी काम नहीं आ सकी है, जिसके चलते उन्हें इस्तीफा देने को मजबूर होना पड़ा है।

दरअसल बौद्ध महासभा की ओर से बुधवार को विजयदशमी के दिन करोल बाग में रानी झांसी रोड स्थित अंबेडकर भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें शामिल हुए लोगों को बौद्ध धर्म की दीक्षा दिलाई गई थी। लेकिन उन्हें इस बात की शपथ भी ग्रहण कराई गई थी कि वह हिंदू देवी देवताओं की पूजा नहीं करेंगे और ना ही ईश्वर के वजूद को मानेंगे।

दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की उपस्थिति में कराई गई इस शपथ ग्रहण के बाद चौतरफा बवाल मच गया था।

हालांकि दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने हिंदुओं के इष्ट देवताओं के अपमान की बात से इनकार करते हुए अपनी सफाई में उन्होंने कहा था कि मैं पूरी तरह से धार्मिक व्यक्ति हूं और मैंने राम कृष्ण के साथ किसी भी अन्य देवी देवता का अपमान नहीं किया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के ऊपर गलत अफवाह फैलाने का आरोप भी लगाया था।

लेकिन समाज कल्याण विभाग मंत्री की तमाम सफाई काम नहीं आ सकी जिसके चलते रविवार को राजेंद्र पाल गौतम को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने को मजबूर होना पड़ा है।

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