अपराधों के प्रति सरकार का रवैया पूर्णतया संवेदनशून्य है : अखिलेश यादव
आगरा के सिकंदरा थानान्तर्गत ककरेड़ा गांव के बबलू यादव की 15 दिसम्बर 2018 में पब्लिक स्कूल के सामने रोड पर उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह अपनी भतीजी को ट्यूशन के लिए छोड़ने जा रहा था।
नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां कहा कि प्रदेश में बढ़ते अपराधों के प्रति सरकार का रवैया पूर्णतया संवेदनशून्य है।
आगरा के सिकंदरा थानान्तर्गत ककरेड़ा गांव के बबलू यादव की 15 दिसम्बर 2018 में पब्लिक स्कूल के सामने रोड पर उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह अपनी भतीजी को ट्यूशन के लिए छोड़ने जा रहा था। घटना के 8 माह बाद भी न तो हत्यारे पकड़े जा सके हैं और नहीं पीड़ित परिवार को सुरक्षा और आर्थिक मदद दी गई। क्या यही भाजपा सरकार की नयी कार्य संस्कृति है?
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बताया कि आज सैफई में उनसे मृतक बबलू यादव की पीड़ित मां सनदेवी, बहन कीर्ति, बड़ा भाई विनीत यादव एवं साला महीपाल सिंह मिले। उनका यही दुःख है कि बबलू की हत्या की जांच में ढिलाई बरती जा रही है। इस सम्बंध में आज जिलाधिकारी आगरा से वार्ता हुई। बबलू के हत्यारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए तथा मृतक के परिजनों को सुरक्षा एवं आर्थिक मदद भी दी जानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार में उत्तर प्रदेश में भय और आतंक का माहौल है। उत्तर प्रदेश की छवि बिगाड़ने में भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। पूरे देश ही नहीं विदेशों तक में उत्तर प्रदेश की बदनामीं 'हत्या प्रदेश' के रूप में हो रही है। पूरा राज्य अपराधियों की गिरफ्त में है।
लूट, हत्या, अपहरण की घटनाएं आए दिन हो रही हैं। किशोरियों और मासूम बच्चियों तक से दुष्कर्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। महिलाएं असुरक्षित हैं। व्यापारी लूट रहे हैं। अधिवक्ता भी मारे जा रहे हैं। अपराधी न तो प्रदेश से बाहर गए है और नहीं जेल में रहने से उनकी अपराधिक गतिविधियों पर कोई अंकुश लगा है। प्रदेश में जंगलराज जैसी बुरी स्थिति है।