भारतीय रेलवे में निजीकरण व निगमीकरण के विरोध में सेंट्रल रेलवे मेन्स यूनियन ने अखिलेश यादव को ज्ञापन सौंपा

नार्थ सेंट्रल रेलवे मेन्स यूनियन (NCRMU) के ज्ञापन में कहा गया है कि भारत सरकार की नीति धीरे-धीरे भारतीय रेलवे को निजीकरण की तरफ ले जाने की है।

Update: 2019-08-28 01:22 GMT

लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री  अखिलेश यादव से आज नार्थ सेंट्रल रेलवे मेन्स यूनियन की कानपुर शाखा के मंत्री  बनवारी लाल के नेतृत्व में रेल कर्मचारी नेताओं ने भेंट कर उन्हें भारतीय रेलवे में निजीकरण व निगमीकरण के विरोध में ज्ञापन सौंपा। रेल कर्मचारी नेताओं ने अखिलेश यादव से उनकी समस्याओं का समाधान करने का भी आग्रह किया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस सम्बंध में उचित स्तर पर वार्ता और कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।




नार्थ सेंट्रल रेलवे मेन्स यूनियन (NCRMU) के ज्ञापन में कहा गया है कि भारत सरकार की नीति धीरे-धीरे भारतीय रेलवे को निजीकरण की तरफ ले जाने की है। इससे रेलकर्मियों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। अखिलेश यादव से आग्रह किया गया है कि वे अपने माध्यम से भारतीय रेल को निजीकरण व निगमीकरण से बचाने के लिए प्रयास करें।




समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष  अखिलेश यादव से  वाराणसी के थाना दशाश्वमेघ के मीरघाट निवासी विनोद यादव (मल्लू) पुत्र अन्ना सरदार ने मिलकर बताया कि विश्वनाथ मंदिर कोरिडोर निर्माण के समय उनकी गेट नं0 3 के पास मकान में 6 दुकाने थीं। इनको तोड़ दिया गया किन्तु कोई मुआवजा नहीं दिया गया।




उनका कहना था कि उनके साथ भेदभाव और उत्पीड़न किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन के द्वारा उनकी पीड़ा की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है। सत्तारूढ़ दल के द्वारा भी उनको परेशान किया जा रहा है। कहीं कोई सुनने वाला नहीं है।


Tags:    

Similar News