महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

पंजाब विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बीर दविंदर सिंह ने कहा कि पटियाला महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था।

Update: 2021-11-26 09:36 GMT

चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बीर दविंदर सिंह ने कहा कि पटियाला महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था।

उन्होंने बयान में कहा कि यह नैतिक रूप से गलत था कि कैप्टन अमरिंदर ने पटियाला - 1 से विधायक होने के नाते अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल किया। उन्हें पता होना चाहिए था कि वह कांग्रेस के टिकट पर चुने गये थे और चूंकि वह पार्टी से इस्तीफा देकर अपनी नयी पार्टी बना चुके हैं तो राजनीतिक शुचिता और नैतिकता की मांग थी कि वह अपनी सदस्यता अधिकार का इस्तेमाल नहीं करते।

पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि कैप्टन अमरिंदर को पटियाला के विधायक पद से भी कबका इस्तीफा दे देना चाहिए था क्योंकि उनका इस्तीफा पार्टी आलाकमान स्वीकार कर चुका है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर में यदि जरा भी नैतिकता बची है, तुरंत अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजें और उसके बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में कोई बयानबाजी करें।

उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने के बाद कैप्टन अमरिंदर और कांग्रेस में पहले संघर्ष में कैप्टन अमरिंदर के करीबी पटियाला महापौर संजीव कुमार बिट्टू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और बिट्टू की कुर्सी बचाने पटियाला पहुंचे थे। लेकिन बिट्टू 25 के मुकाबले 36 वोट से हार गये और उन्हें पद से निलंबित किया गया।



 


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