कैराना में जाटों ने नहीं दी हमें वोट तो हम यहां पर करेंगे ऐसा हाल

उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव में उतरे राजनैतिक दलों के लिए अपने ही चुनौती खड़ी कर रहे हैं

Update: 2022-02-01 13:40 GMT

शामली। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव में उतरे राजनैतिक दलों के लिए अपने ही चुनौती खड़ी कर रहे हैं। पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के बिगड़े बोल आला नेताओं को असहज कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे शामली के एक समाजवादी पार्टी के नेता के वीडियो ने आला नेतृत्व के सामने परेशानी उत्पन्न कर दी है। हालांकि रालोद नेता गठबंधन के बीच के असंतोष को आपसी सहमति से सुलझा लेने की बात कह रहे हैं।

दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। शामली का बताए जा रहे इस वीडियो में चुनाव प्रचार कर रहे रालोद प्रत्याशी को समाजवादी पार्टी का एक नेता भीड़ के बीच खड़े होकर तकरीबन चेतावनी भरे लहजे में कहता हुआ सुनाई पड़ रहा है कि अगर कैराना विधानसभा सीट पर जाटों ने हमें वोट नहीं किया तो शामली सदर विधानसभा सीट पर हमारी संख्या उनसे कहीं ज्यादा है। जाटों के वोट नहीं मिलने पर हम भी यहां पर अपनी ताकत दिखा देंगे। सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी के नेता का वीडियो वायरल होने के बाद अब राष्ट्रीय लोकदल के भीतर खलबली मची हुई है। दरअसल यह वीडियो उस समय का बताया जा रहा है जब राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे प्रसन्न चौधरी चुनाव प्रचार के लिए समाजवादी पार्टी के समर्थकों के बीच पहुंचते हैं तो इस दौरान एक युवक खड़े होकर कहता है कि सिकंदरपुर और आसपास के गांव में इस बात की चर्चा है कि जाट समुदाय के लोग कह रहे हैं कि अगर नल का सिंबल होता तो हम गठबंधन उम्मीदवार को वोट कर देते। उस लिहाज से अब हम भी यहां पर कह रहे हैं कि यदि चुनाव चिन्ह साइकिल का होता तो हम भी गठबंधन उम्मीदवार को वोट कर देते। हालांकि प्रसन्न चौधरी के समर्थक एक सुर में बोले जा रहे युवक को रोकने का प्रयास करते हैं लेकिन वह अपनी बात को जारी रखता है। युवक का कहना है कि कैराना के भीतर जाट समुदाय की वोट 22 हजार से लेकर 24 हजार हैं जबकि शामली विधानसभा सीट पर हमारी संख्या 80 से 90 हजार है। अगर हमारे चौधरी के साथ वहां पर काम खराब हुआ तो हमें भी यहां पर काम खराब करने में देर नहीं लगेगी।

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