निर्मला सीतारमण भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री जिन्‍होंने भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी

भारतीय नौसेना के विमान वाहक जहाज आईएनएस विक्रमादित्‍य पर यात्रा करने के बाद, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने वायुसेना स्‍टेशन जोधपुर से आज 31 स्‍कॉवड्रन के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी

Update: 2018-01-17 14:55 GMT
जोधपुर: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जोधपुर के हवाई अड्डे से भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान सुखोई 30 एमकेआई में उडान भरी। रक्षा मंत्रालय के  सूत्रों के अनुसार रक्षामंत्री पायलट का जी सूट पहनकर कॉकपिट में बैठीं।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अभियान की तैयारियों और युद्धक क्षमताओं की समीक्षा कर रहीं हैं। सुखोई-30 एमकेआई परमाणु सक्षम विमान है, जो दुश्मन के क्षेत्र में अंदर तक घुस सकता है। रक्षा मंत्री बनने के बाद से सीतारमण तीनों सेनाओं की तैयारियांे का लगातार जायजा ले रही है। इससे पहले वे बाड़मेर में उत्तरलाई एयरबेस का दौरा भी कर चुकी हैं। बीते हफ्ते ही वह एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य का दौरा कर मिग 29 लड़ाकू विमान की तैयारी देख चुकी हैं।
हाल ही में भारतीय नौसेना के विमान वाहक जहाज आईएनएस विक्रमादित्‍य पर यात्रा करने के बाद, रक्षा मंत्री  निर्मला सीतारमण ने वायुसेना स्‍टेशन जोधपुर से आज 31 स्‍कॉवड्रन के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। 45 मिनट की उड़ान के दौरान उन्‍हें दोहरे इंजन वाले एयर सुपीरीऑरिटी फाइटर (एएसएफ) की अनोखी विशेषताओं और क्षमताओं की जानकारी दी गई।  सीतारमण भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री हैं, जिन्‍होंने भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी है।
रक्षा बलों की परिचालन क्षमता और तैयारियों का अंदाजा लगाने के लिए रक्षा मंत्री सशस्‍त्र बलों के विभिन्‍न प्रतिष्‍ठानों का दौरा कर रही हैं। उनके इन दौरों से रक्षा कर्मियों का उत्‍साह बढ़ा है, क्‍योंकि उन्‍हें स्‍वयं रक्षा मंत्री के साथ बातचीत करने का अवसर मिल रहा है।
एएसएफ पर उड़ान भरने के बाद उन्‍होंने वायुसेना स्‍टेशन जोधपुर के वायु सैनिकों को संबोधित किया और उनके साथ बातचीत की। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने उनकी दक्षता, उच्‍च स्‍तर के मनोबल और प्रेरणा के लिए उन्‍हें बधाई दी। यात्रा के दौरान उन्‍हें देश की रक्षा में वायु शक्ति के नियोजन के बारे में संक्षिप्‍त जानकारी दी गई।
अपनी विशिष्‍ट क्षमताओं वाला सुखोई-30 एमकेआई हमारे देश की वायु शक्ति का सबसे महत्‍वपूर्ण और प्रमुख हिस्‍सा है। हाल में 'ब्रह्मोस' सुपर सोनिक वायु प्रक्षेपण क्रूज़ मिसाइल और हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल 'अस्‍त्र' को इस मंच से सफलतापूर्वक छोड़ा गया। इन अत्‍याधुनिक विशेषताओं के साथ हवा में ईंधन भरने और उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन के साथ सुखोई एक सक्षम इकाई है और उसने भारतीय वायुसेना की रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ाया है।

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