बोले DIOS- शिक्षकों के ऊपर बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी
सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिले के स्कूलों के शिक्षकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
मुजफ्फरनगर। संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा इमरजिंग ट्रेंड्स ऑफ टीचिंग को लेकर होली चाइल्ड पब्लिक इंटर कॉलेज जडौदा के सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिले के स्कूलों के शिक्षकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। वक्ताओं ने वर्तमान दौर में शिक्षा के उभरते तरीकों को लेकर गभीरता से मंथन किया और पाया कि शिक्षा का वह तरीका जिससे विद्यार्थी अच्छे नागरिक बनने के साथ देश के निर्माण में योगदान करने के लिए तैयार हो, सबसे सही है। इस मौके पर जिले के शिक्षको को सम्मानित भी किया गया।
आयोजन के मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार ने सभी स्कूल के शिक्षको को शैक्षणिक प्रक्रियाओं में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की सलाह देते हुए कहा कि बच्चों को बताएं कि भारत किस गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश के सफल विद्यार्थियों जिन्होंने विश्व में बड़े - बड़े मुकाम हासिल किए हैं, उनका उदाहरण देकर छात्रों को सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है, उन्हे विद्यार्थियों की योग्यता और विशेषता को पहचानना होगा और उसके अनुरूप उनको तैयार करना होगा ताकि वे उस विशेषता को दक्षता में बदल सके ।
उन्होंने कहा कि हमें नई-नई टेक्नोलॉजी स्वीकार करने के लिए विद्यार्थियों को तैयार करना होगा। कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि एफिलिएटेड स्कूल्स एंड सोशल वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह ने शिक्षकों को पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया । एफिलिएटेड स्कूल्स एंड सोशल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष एससी त्यागी ने शिक्षकों को नई शिक्षा नीति तथा अन्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों को ध्यान में रखकर छात्रों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया। कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि वित्त विहीन मान्यता प्राप्त विद्यालय के प्रेजिडेंट राधे श्याम सिंघल ने सूचना प्रौद्योगिकी के बदलते आयामों से शिक्षकों को लाभ लेकर छात्रों को उच्च गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि देश के विकास में शिक्षा का क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। विशिष्ट अतिथि इंडिपेंडेंट स्कूल्स एसोसिएशन के ओपी चैहान ने कहा कि शिक्षकों द्वारा देश के भविष्य का निर्माण किया जाता है । विद्यार्थियों के सामने उनका लक्ष्य स्पष्ट हो, उनकी सोच स्पष्ट और बड़ी हो तो देश आगे बढ़ता है। विख्यात करियर काउंसलर समृद्धि त्यागी ने कहा कि छात्रों की अभिरुचि एवं रुझानों का आकलन शिक्षकों द्वारा किया जाना चाहिए ताकि वे छात्रों को भविष्य में उज्ज्वल करियर बनाने में दिशा प्रदान कर सकें। होली चाइल्ड पब्लिक इंटर कॉलेज के प्रधानाध्यापक प्रवेंद्र दहिया ने कहा अभिभावकों को अपनी इच्छाएं बच्चों के ऊपर न थोपकर उन्हें अपने सपने के मुताबिक आगे बढ़ने देना चाहिए ।
उन्होंने कहा परंपरागत विषयों से परे अनेक विषय ऐसे हैं जिनमें रुचि के अनुरूप बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं। नंबरों ज्यादा बच्चों को ज्ञान पर जोर देना चाहिए। उन्होंने नई शिक्षा नीति का समर्थन करते हुए कहा इससे बच्चे और अधिक सीख कर याद करेंगे। इससे पूर्व संस्कृति विवि के कुलपति डा. राणा सिंह ने उपस्थित शिक्षकों को कार्य के सबंध में विस्तार से बताया । उन्होंने शिक्षा के उभरते तरीकों के बारे में विश्व का हवाला देते हुए कहा कि आज विद्यार्थियों के लिए नई तकनीकें अपनाना जरूरी हो गया है। कार्यशाला में जिलेभर के लगभग 200 से भी अधिक शिक्षकों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। कार्यशाला में संस्कृति विवि के मार्केटिंग डायरेक्टर विजय सक्सैना, मोहित शर्मा, वसीम और निखिल आदि का विशेष योगदान रहा ।