खरीफ फसलों की खरीद में लगे अधिकारी फील्ड में जाएं: खट्टर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खरीफ फसलों की खरीद में लगे अधिकारियों को मंडियों में खरीद प्रक्रिया पर निगरानी रखने के फील्ड में जाने के निर्देश दिये हैं

Update: 2020-10-13 14:39 GMT

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खरीफ फसलों की खरीद में लगे अधिकारियों को मंडियों में खरीद प्रक्रिया पर निगरानी रखने के फील्ड में जाने के निर्देश दिये हैं।

मनोहर लाल खट्टर ने आज यहां धान खरीद प्रक्रिया से जुड़े विभागों के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुये उन्हें कहा कि मुख्यालय स्तर के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि धान खरीद के लिए 'एच फार्म, जे फार्म, गेट पास, आई फार्म' के सृजन होने से लेकर मंडी से वेयरहाउस तक उठान तथा आई फार्म की स्वीकृति प्रक्रिया ऑनलाइन की जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि एच फार्म जारी होने के एक सप्ताह के भीतर या आई फार्म स्वीकृत होने के 72 घंटों में किसान को उसकी खरीद की अदायगी हर हालत में हो जाए।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि खरीद प्रक्रिया से जुड़ा कोई एक अधिकारी या कर्मचारी भी लापरवाही बरतता है तो पूरी प्रक्रिया डगमगा जाती है। उन्होंने कहा कि मंडी बोर्ड के सचिव से लेकर आढ़ती, मिलर, ट्रांसपोर्टर हर किसी की जिम्मेवारी तय की जानी चाहिए। प्रत्येक मंडी से जुड़ी हर राइस मिल को एक समानुपात में स्टॉक का आवंटन होना चाहिए। यह कतई नहीं होना चाहिए कि एक मिल को उसके निर्धारित आवंटन कोटे से अधिक स्टॉक जारी किया जाए। पूरी प्रक्रिया का एक चार्ट मंडीवार, किसानवार और आढ़तीवार तैयार किया जाना चाहिए और इसे वैबसाइट पर अपलोड किया जाए ताकि कोई भी व्यक्ति इसका अवलोकन कर सके। विशेषकर, किसान को इस बात की जानकारी हो सके कि किस दिन उसका 'एच-फार्म' जारी हुआ है और उसी के अनुसार वह मंडी में आए। उन्होंने कहा कि वह स्वयं चंडीगढ़ से डेशबोर्ड पर पूरी खरीद प्रक्रिया की जानकारी निरंतर लेते रहेंगे।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. दास, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र सिंह, अतिरिक्त प्रधान सचिव वी.उमाशंकर, उप-अतिरिक्त प्रधान सचिव आशिमा बराड़, हैफेड के प्रबंध निदेशक डी.के.बेहरा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक चंद्र शेखर खरे, हरियाणा भंडारण निगम के प्रबंध निदेशक राजीव रतन, तथा हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की मुख्य प्रशासक मेघा कटारिया भी उपस्थित थीं।

वार्ता

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