किसी भी धार्मिक ग्रंथ में नही डाक कांवड़ का उल्लेख- इस पर लगे तुरंत रोक

जवान कार्तिक बालियान की मौत पर परिवार के लोगों को सांत्वना देने के लिए पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के मुखिया नरेश टिकैत

Update: 2022-07-28 11:46 GMT

मुजफ्फरनगर। श्रावण मास की कांवड़ यात्रा के दौरान कांवडियों के दो गुटों के बीच मंगलौर में हुए संघर्ष के दौरान हुई सेना के जवान कार्तिक बालियान की मौत के बाद परिवार के लोगों को सांत्वना देने के लिए पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के मुखिया नरेश टिकैत ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि शिवरात्रि के पर्व पर कांवड़ यात्रा एक धार्मिक परंपरा है जो पूरी तरह से ठीक है। लेकिन डाक कांवड़ का कहीं भी उल्लेख नहीं है। इस दौरान तेज रफ्तार वाहनों के साथ होने वाली भागमभाग से यात्रा के दौरान पैदल कांवड लेकर आ रहे लोगों को भी खतरा रहता है। उन्होंने सरकार से डाक कांवड़ पर रोक लगाने की मांग उठाई है।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सेना के जवान कार्तिक बालियान की हरिद्वार जनपद के मंगलौर थाना क्षेत्र में कांवडियों के दो गुटों के बीच हुए विवाद के दौरान हुई हत्या पर गहरा दुख जताते हुए कहा है कि तेज रफ्तार वाहनों के साथ स्वयं द्वारा विकसित की गई डाक कांवड़ लेकर चलने वाला युवकों का एक बडा झुंड तेज रफ्तार के साथ सडकों पर चलता हैं। वाहनों में सवार होकर चलने से पदयात्रा करते हुए कांवड लेकर चलने वाले शिवभक्तों के साथ व्यवस्था बनाने में लगी पुलिस और प्रशासनिक कर्मचारियों के जीवन पर भी हर समय खतरा मंडराता रहता है।

उन्होंने यूपी-उत्तराखंड सरकार से डाक कांवड़ पर रोक लगाने की मांग की। भाकियू मुखिया चौधरी नरेश टिकैत ने सेना के जवान कार्तिक बालियान प्रकरण की सही जांच कराने व आरोपितों पर सख्त कार्रवाई करने की उत्तराखंड सरकार से मांग की। उन्होंने कहा कि कार्तिक का परिवार गांव का अच्छा परिवार है। इस घटना से पूरा परिवार बिखर गया। जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती, लेकिन दोषियों को सजा जरूर दी जा सकती है।     

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