उपराष्ट्रपति ने आपदा प्रबंधन में क्षमता निर्माण में बढ़ोतरी का आह्वान किया
चक्रवात और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति तटीय जिलों की संवेदनशीलता को देखते हुए उपराष्ट्रपति ने राज्य मंत्री राय को क्षमता निर्माण में बढ़ोतरी करने तथा आपदा पूर्व तैयारी व प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया। दक्षिण भारत की भौगोलिक स्थिति संस्थान के कार्यक्रमों को डिजाइन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
नई दिल्ली। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आज उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात की। बातचीत के दौरान उपराष्ट्रपति ने राय को आन्ध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में स्थित कोंडापावूलुरू गांव में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के भवन (दक्षिणी कैम्पस) निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने का सुझाव दिया। इस भवन का शिलान्यास उपराष्ट्रपति ने 22 मई, 2018 को तत्कालीन गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू की उपस्थिति में किया था।
वर्तमान में एनआईडीएम का संचालन अस्थाई रूप से आन्ध्र प्रदेश मानव संसाधन विकास संस्थान, बापातला से हो रहा है।
चक्रवात और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति तटीय जिलों की संवेदनशीलता को देखते हुए उपराष्ट्रपति ने राज्य मंत्री राय को क्षमता निर्माण में बढ़ोतरी करने तथा आपदा पूर्व तैयारी व प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया। दक्षिण भारत की भौगोलिक स्थिति संस्थान के कार्यक्रमों को डिजाइन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
दक्षिणी कैम्पस का लक्ष्य है – स्थानीय स्तर पर योजना तैयार करना, अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना तथा प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के माध्यम से आपदा प्रबंधन को सतत विकास लक्ष्यों के साथ जोड़ना।
केंद्रीय जल शक्ति और सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया, तथा केंद्रीय महिला और बाल विकास राज्य मंत्री, देबाश्री चौधरी ने भी उपराष्ट्रपति से मुलाकात की और उन्हें अपने विभाग के कार्यक्रमों और गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।