महाराष्ट्र: आत्म गौरव व राष्ट्र गौरव में संघर्ष
हमारा इतिहास बहुत बड़ा है लेकिन उसका शुरुआती छोर सभी को नहीं पकड़ाया जा सकता। आज यहां जो रह रहे हैं, सभी हमारे देश के हैं लेकिन उनके पूर्वजों को हम तलाशने लगेंगे तो वे बेगाने नजर आएंगे और उन पूर्वजों के पूर्वजों को तलाश करें तो वे फिर अपने हो जाएंगे। सभी को जब देश को आजादी मिली उसके बाद हम अपने देश के बारे मंे सोचेंगे तो हमारी जटिलताएं अपने आप कम हो जाएंगी
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