यूपी गन्ना विभाग ने पेराई और भुगतान में बनाया रिकार्ड
कोरोना महामारी के दौरान विपरीत परिस्थतियों के बावजूद भी प्रदेश के इतिहास में प्रथम बार अधिकतम 1239 लाख कुन्टल चीनी का उत्पादन इस पेराई सत्र में किया गया है
लखनऊ। चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा की अध्यक्षता में गन्ना मूल्य भुगतान , वर्तमान में संचालित चीनी मिलें , गन्ना पेराई , चीनी उत्पादन एवं अन्य बिन्दुओं पर विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में गन्ना कृषकों के समस्त गन्ने की आपूर्ति के पश्चात् ही चीनी मिलें बन्द करने के निर्देश दिये गये । लॉक डाऊन के दौरान प्रदेश के अधिकतर उद्योग बन्द रहे जबकि प्रदेश की चीनी मिलें अनवरत संचालित है ।
गौरतलब है कि प्रदेश के गन्ना एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा की अध्यक्षता में विभागीय अधिकारियों के साथ विस्तृत व गहन मासिक समीक्षा बैठक आज लाल बहादुर शास्त्री , गन्ना किसान संस्थान . उ.प्र . लखनऊ के सभागार में सम्पन्न हुई । बैठक में गन्ना मूल्य भुगतान , वर्तमान में संचालित चीनी मिलों की स्थिति , गन्ना पेराई , चीनी उत्पादन , गन्ना कृषकों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण तथा समस्त गन्ना परिक्षेत्रों में सैनिटाईजेशन कराने आदि बिन्दुओं पर समीक्षा करते हुए मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक दिशा - निर्देश दिये गये । समीक्षा बैठक में मंत्री सुरेश राणा द्वारा अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान हेतु दैनिक अनुश्रवण के साथ शीघ्रातिशीघ्र भुगतान कराने तथा भुगतान में लापरवाही बरतने वाली चीनी मिलों के विरूद्व सख्ती बरतने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये । प्रमुख सचिव गन्ना एंव आयुक्त द्वारा समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री सुरेश राणा को अवगत कराया गया कि कोरोना महामारी के दौरान विपरीत परिस्थतियों के बावजूद भी प्रदेश के इतिहास में प्रथम बार अधिकतम 1239 लाख कुन्टल चीनी का उत्पादन इस पेराई सत्र में किया गया है जो कि सम्पूर्ण भारत के चीनी उत्पादन का 47 प्रतिशत है । वर्तमान पेराई सत्र में कोरोना आपदा के दौरान भी कुल संचालित 119 चीनी मिलों में से मात्र 80 चीनी मिलें उन्हें आवंटित समस्त गन्ने की पेराई कर सफलतापूर्वक बन्द हुई है , जबकि विगत वर्ष इस समय तक 104 चीनी मिलें बन्द हो चुकी थी । वहीं प्रदेश की चीनी मिलों द्वारा अब तक 10,918 लाख कुन्टल गन्ने की पेराई की गयी है , जबकि विगत वर्ष इस समय तक केवल 10,213 लाख कुन्टल गन्ने की पेराई ही गयी थी । वर्तमान सरकार द्वारा रिकार्ड रु .97,976 करोड़ का कुल गन्ना मूल्य भुगतान किसानों को अब तक किया गया है तथा गन्ना कृषकों को देय गन्ना मूल्य के सापेक्ष रु .18,931 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान कृषकों को किया जा चुका है जो कि लगभग 56 प्रतिशत है । लॉक डाऊन की अवधि के दौरान चीनी की बिक्री नगण्य होते हुए भी रु .5,000 करोड़ से भी अधिक का भुगतान गन्ना कृषकों को किया गया ।
मीटिंग में बताया गया कि भुगतान में लापरवाही बरतने वाली 118 चीनी मिलों को नाटिस निर्गत किया गया है । समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव एंव आयुक्त गन्ना संजय आर . भूसरेड्डी , संयुक्त निदेशक , चीनी मिल संघ आर.पी. सिंह , अपर गन्ना आयुक्त वाई.एस. मलिक , आर.पी.यादव , वी.के. शुक्ला , संयुक्त गन्ना आयुक्त वी.बी. सिंह , विश्वेश कनौजिया एवं उप गन्ना आयुक्त सांख्यिकीय आर.एन , यादव उपस्थित रहे । समीक्षा बैठक के दौरान कोविड -19 के संबंध में स्वास्थ्य विभाग तथा प्रदेश सरकार द्वारा सोशल एवं फीजिकल डिस्टेन्सिग के संबंध में निर्गत दिशा - निर्देशों को अनुपालन भी किया गया ।