विकास दुबे की सूचना देने पर ढ़ाई लाख इनाम,11 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त

विकास दुबे की सूचना देने पर ढ़ाई लाख इनाम,11 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त

कानपुर क्षेत्राधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या पर उत्तर प्रदेश सरकार पूरे एक्शन मोड में है। घटना के बाद प्रदेश पुलिस ने जिलों में गैंगस्टर्स पर कार्रवाई करते हुए बीते दो दिनों में करीब 11 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। वहीं जेल के भीतर रहकर काला कारोबार चलाने वाले कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी, अनिल दुजाना, मुख्तार अंसारी गैंग और इनके गुर्गों की संपत्तियों पर 2 दिन में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई है। पुलिस ने छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति जब्त की हैं। अब तक पुलिस ने कार्रवाई में 11 करोड़ 35 लाख की संपत्ति जब्त कर ली है।

कानपुर घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े तेवर देखते हुए पूरे उत्तर प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ अधिकारी एक्शन में है। गैंगस्टर्स से जुड़े कुख्यात बदमाशों की संपत्ति की कुर्की हुई है। पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से कुख्यात बदमाशों में हड़कंप मच गया है। वहीं बदमाशों की अवैध संपत्ति पुलिस लगातार जब्त कर रही है।

वहीं, क्षेत्राधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार चल रहे मुख्य आरोपी विकास दुबे पर अब इनाम राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दी गई है। कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने विकास दुबे पर इनाम की राशि बढ़ाने के लिए डीजीपी ऑफिस को लेटर लिखा था। इसके बाद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने इनाम राशि बढ़ाते हुए ढाई लाख रुपये कर दी है। अब विकास दुबे की सूचना देने वाले को ढाई लाख का इनाम मिलेगा। इससे पहले उस पर 50 हजार और फिर बढ़ाकर एक लाख का इनाम कर दिया गया है।

आपको बता दें इस जघन हत्याकांड को अंजाम देकर फरार चल रहे विकास दुबे की गिरफ्तारी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। 40 थानों की फोर्स, एक हजार से अधिक दरोगा, क्राइम ब्रांच और एसटीऍफ़ की टीम चप्पे-चप्पे पर उसकी तलाश कर रही है। बावजूद इसके 72 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी विकास दुबे और उसके गुर्गे पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। साथ ही कानपुर से सटी सीमाओं पर कुख्यात विकास दुबे के पोस्टर भी लगाए गए हैं। राहगीरों को भी विकास की तस्वीर दिखाकर उसकी सूचना मांगी जा रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे विकास दुबे को पकड़वाने में पुलिस की मदद करें। सूचना देने वाले को ढाई लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। इस मामले में पूरे थाने पर ही शक जताया जा रहा है। हालांकि कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने मामले में दो दारोगा और एक सिपाही को सस्पेंड करने की वजह तफ्तीश में लापरवाही बताया है।

गौरतलब है कि गुरुवार देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव विकरू निवासी कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था। इस हमले में एक सीओ, एक एसओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।

वहीं पूरे मामले में चौबेपुर थाने के प्रभारी विनय कुमार तिवारी की भूमिका पर संदेह के घेरे में है, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। कॉल डिटेल से पता लगाया जा रहा है कि विकास दुबे के संपर्क में कौन लोग थे। एसओ विनय कुमार तिवारी पर सूचनाएं लीक करने का आरोप है। ऐसे में उनके खिलाफ गहन तफ्तीश के भी निर्देश दिए गए हैं।

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