कमिश्नर प्रणाली के क्रियान्वयन से स्मार्ट एवं सेफ पुलिसिंग को बल मिलेगा और आमजन को बेहतर पुलिस व्यवस्था प्राप्त होगी : सीएम

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लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की घोषणा करते हुए कहा कि इस व्यवस्था के क्रियान्वयन से स्मार्ट एवं सेफ पुलिसिंग को बल मिलेगा और आमजन को बेहतर पुलिस व्यवस्था प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री प्रदेश की राजधानी लखनऊ एवं आर्थिक राजधानी गौतमबुद्धनगर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू किये जाने सम्बन्धी मंत्रिपरिषद के निर्णय की जानकारी लोक भवन में मीडिया प्रतिनिधियों को दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा सुरक्षा को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से मंत्रिपरिषद ने पुलिस जनपद लखनऊ (नगर) एवं गौतमबुद्धनगर में पुलिस आयुक्त प्रणाली के क्रियान्वयन का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की 23 करोड़ जनता के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता है। बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए जो भी कदम उठाने होंगे उन पर राज्य सरकार कभी पीछे नहीं हटेगी। इस दृष्टि से यह निर्णय ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लखनऊ तथा गौतमबुद्ध नगर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू करने का निर्णय उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। प्रदेश सरकार ने पुलिस सुधार के लिए सबसे बड़ा फैसला लिया है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार लखनऊ महानगर की जनसंख्या 29 लाख थी, जो आज बढ़कर लगभग 40 लाख हो गई है। इसी प्रकार गौतमबुद्ध नगर की जनसंख्या वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 16 लाख थी। वर्तमान में यह 25 लाख हो गई है।

लखनऊ (नगर) में पुलिस कमिश्नर प्रणाली के तहत अपर पुलिस महानिदेशक स्तर का एक पुलिस आयुक्त तैनात किया जाएगा। उनके अधीनस्थ आईजीी स्तर के 2 संयुक्त पुलिस आयुक्त तैनात होंगे। इसके अलावा उप पुलिस आयुक्त के पद पर पुलिस अधीक्षक स्तर के 10 अधिकारी तैनात होंगे। महिला अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक स्तर की 1 महिला अधिकारी तथा अपर पुलिस अधीक्षक स्तर की 1 महिला अधिकारी की तैनाती की जाएगी। यातायात प्रबन्धन के लिए भी पुलिस अधीक्षक स्तर के 1 अधिकारी तथा अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के 1 अधिकारी की तैनाती की जाएगी। जनपद गौतमबुद्धनगर में अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के 1 पुलिस आयुक्त, डीआईजी0रैंक के 2 अपर पुलिस आयुक्त तथा पुलिस अधीक्षक स्तर के 7 अधिकारी तैनात किये जाएंगे। महिला अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक स्तर की 1 महिला अधिकारी की तैनाती की जाएगी। यातायात प्रबन्धन के लिए पुलिस अधीक्षक स्तर के 1 अधिकारी को तैनात किया जाएगा।

यह भी ज्ञातव्य है कि मंत्रिपरिषद द्वारा पुलिस एक्ट की धारा-2 का प्रयोग करके 2 पुलिस जनपदों-लखनऊ (नगर) और लखनऊ (ग्रामीण) का गठन करते हुए लखनऊ (नगर) एवं जनपद गौतमबुद्धनगर में पुलिस आयुक्त तथा सहयोगी पदों को उपलब्ध पदों से समायोजित किये जाने का निर्णय लिया है। पुलिस जनपद लखनऊ (ग्रामीण) में वर्तमान पुलिस अधीक्षक की व्यवस्था यथावत लागू रखी जाएगी। सम्बन्धित पुलिस अधीक्षक पूर्व व्यवस्था के अनुसार अपने उप महानिरीक्षक तथा महानिरीक्षक को रिपोर्ट करेंगे। जनपद गौतमबुद्धनगर तथा जनपद लखनऊ की नगरीय जनसंख्या 10 लाख से अधिक है। इसके दृष्टिगत दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा-8 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जनपद लखनऊ (नगर) एवं गौतमबुद्धनगर को महानगर क्षेत्र (Metropolitan Area) घोषित करने का निर्णय भी मंत्रिपरिषद द्वारा लिया गया है। इन दोनों महानगरीय क्षेत्रों में भविष्य में सृजित होने वाले महानगरीय क्षेत्र के थानों को सम्मिलित किया जा सकेगा।


लखनऊ (नगर) के अधीन आलमबाग, अलीगंज, अमीनाबाद, आशियाना, बाजारखाला, बंथरा, चैक, कैण्ट, चिनहट, गोमती नगर, गुडम्बा, गाजीपुर, गौतमपल्ली, गोसाई गंज, हसन गंज, हजरत गंज, हुसैन गंज, इन्दिरानगर, जानकीपुरम, कैसरबाग, कृष्णानगर, महानगर, मानक नगर, मड़ियांव, नाका, पारा, पीजीआई, सआदतगंज, सरोजनी नगर, तालकटोरा, ठाकुरगंज, विभूति खंड, विकास नगर, वजीर गंज, काकोरी, नगराम, महिला थाना, मोहनलाल गंज, सुशांत गोल्फसिटी तथा गोमती नगर विस्तार पुलिस थाने सम्मिलित हैं। लखनऊ (ग्रामीण) के अधीन बक्शी का तालाब, इटौंजा, मलिहाबाद, निगोहा तथा माल पुलिस थाने सम्मिलित हैं।

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