गंगोह उपचुनाव में भाजपा की जीत पर कांग्रेस का बखेड़ा
लखनऊ। महाराष्ट्र और हरियाणा के साथ ही उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो गये हैं। यूपी की बात करें तो यहां 11 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा आगे रही है। 8 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। जबकि सपा के प्रत्याशी 3 सीटों पर जीते हैं। बसपा अपना खाता भी नहीं खोल पायी है। यूपी में हुए इस उपचुनाव को लेकर बखेड़ा भी खड़ा हो गया है। उपचुनाव में हाॅट सीट रामपुर मानी जा रही थी, लेकिन घमासान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद में मचता हुए नजर आया। यहां गंगोह विधानसभा सीट पर भाजपा की काफी नजदीकी अंतर से जीत हुई है, जबकि कांग्रेस दूसरे नम्बर पर रही है।
कांग्रेसी नेताओं ने इस जीत को लेकर शासन और प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी को जानबूझकर पराजित कराने के आरोप लगाते हुए हंगामा किया और जुलूस निकालकर इसके लोकतंत्र की हत्या करार दिया, वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी गंगोह उपचुनाव के मामले को सोशल साइट पर जमकर उठाया और सहारनपुर के जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर भी प्रश्नचिन्ह लगाया है।
बता दें कि गुरूवार को सहारनपुर जनपद की गंगोह विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव का परिणाम सामने आया। यह विधानसभा सीट लोकसभा चुनाव 2019 के बाद खाली हुई थी। यहां से भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चैधरी ने 2017 के चुनाव में जीत हासिल की थी। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उनको कैराना संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया था, इस चुनाव में प्रदीप सांसद निर्वाचित हुए और अब उनकी सीट गंगोह पर उपचुनाव कराया गया। यहां भाजपा ने कीरत सिंह को प्रत्याशी बनाया था। जबकि कांग्रेस ने नोमान मसूद को प्रत्याशी बनाया था। इस सीट पर उपचुनाव के बाद भाजपा प्रत्याशी अपनी जीत के दावे कर रहे थे, आज शुरूआत से ही कांग्रेस प्रत्याशी नोमान मसूद आगे चल रहे थे, लेकिन अंत में भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई। इसी पर बखेड़ा खड़ा हो गया। भाजपा प्रत्याशी कीरत सिंह को 5362 मतों के अंतर से विजयी घोषित किया गया। दूसरे नम्बर पर कांग्रेस प्रत्याशी नोमान मसूद रहे। कीरत सिंह को 68,237 मत मिले, जबकि नोमान मसूद को 62,875 मत हासिल हुए। सपा के इन्दरसैन 57,352 मता प्राप्त कर तीसरे नम्बर पर रहे। जैसे ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने भाजपा प्रत्याशी को विजयी घोषित किया, कांग्रेसियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव और पूर्व विधायक इमरान मसूद ने इसे एक साजिश बताते हुए धरना प्रारम्भ कर दिया। उन्होंने जिला प्रशासन पर लोकतंत्र की हत्या करने के आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन के साथ ही भाजपा और सरकार के विरोध में नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि सहारनपुर की गंगोह विधानसभा सीट पर कांग्रेस जीतती हुई दिखाई दे रही थी, लेकिन नतीजे इससे उल्ट आए। इमरान मसूद ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। उन्होंने मतगणना स्थल पर ही नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि अधिकारी भाजपा के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं। लोकतंत्र की हत्या की गयी है। ऐसे में वोट का महत्व नहीं रहता है। जब ऐसा ही करना था तो चुनाव कराया ही क्यों गया है। उनका आरोप है कि भाजपा प्रत्याशी पहले से ही कह रहे थे कि डीएम उनको मतगणना के दिन सर्टिफिकेट दे देंगे। भाजपा सरकार में लोकतंत्र को कुचला जा रहा है। निर्वाचन आयोग के साथ ही हमने पार्टी को भी अवगत करा दिया है। हम शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन करेंगे। इसके बाद इमरान मसूद ने समर्थकों के साथ कमिश्नर को जाकर ज्ञापन सौंपा। बता दें कि मतगणना के 27वें राउंड तक आगे चलने वाली कांग्रेस रिजल्ट के नजदीक आते हुए हार गई। कुल 31 राउंड चले, जिसमें 27वें राउंड तक पहुंचने तक भाजपा प्रत्याशी ने अपनी बढ़त बनाई।
भाजपा इतने अहंकार में है कि गंगोह में हमारे जीतते हुए प्रत्याशी को काउंटिंग सेंटर से निकालकर उनका मंत्री जनता का निर्णय बदलने के प्रयास में है। DM को पाँच-पाँच बार फोन पर लीड कम करवाने के आदेश आ रहे थे। यह लोकतंत्र का सरासर अपमान है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 24, 2019
वहीं प्रियंका गांधी ने भी गंगोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव में आये परिणाम को लेकर अनेक सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने सोशल साइट ट्विटर पर किये गये ट्वीट में डीएम सहारनपुर की कार्यशैली को भी सवालिया घेरे में खड़ा करते हुए इस मामले में अंत तक लड़ाई लड़ने की बात कही है।