जन्मदिन विशेष-भाजपा का युवा चेहरा हैं नितिन मलिक

जन्मदिन विशेष-भाजपा का युवा चेहरा हैं नितिन मलिक
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मुजफ्फरनगर। कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद भाजपा का दूसरा बड़ा वादा अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पूरा हुआ है। इस जश्न में किसी को दोहरी खुशी मिली है तो वो है भाजपा युवा नेता नितिन मलिक , कल उनकी मनोकामना कि अयोध्या में राम मंदिर बने ओर वो कोर्ट के फैसले के बाद पूरी हुई तो अगले ही दिन उनको अपना जन्मदिन भी सेलिब्रेट करना पड़ा । भारतीय जनता पार्टी में युवा मोर्चा में दायित्व निभाते हुए युवाओं को पार्टी से जोड़कर संगठन को मजबूती देने में जुटे नितिन मलिक के लिए अयोध्या केस पर आया फैसला हर्ष व उल्लास की दोहरी सौगात लाया है। इसी माह वह अपना 37वां जन्म दिवस मना रहे हैं और इस दौरान अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण की सौगात वह अपने जन्म दिवस का सबसे बड़ा गिफ्ट मानते हैं। उनको यह जन्म दिवस सबसे यादगार रहने वाला है।


भाजपा में राजनैतिक स्तर पर जनपद मुजफ्फरनगर के मजबूत स्तम्भ के रूप में अपनी पहचान रखने वाले नितिन मलिक पार्टी में शुरूआत से ही चर्चाओं में बने रहे हैं। इन दिनों वह साल 2022 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटे है। गांव की चौपाल से जिला मुख्यालय की राजनैतिक बिसात तक नितिन मलिक ने एक अलग मुकाम हासिल किया है। राजनैतिक और प्रभावशाली परिवार से ताल्लुक रखने वाले नितिन मलिक क्षेत्र और किसानों की समस्याओं को लेकर मुखर रहे और जनता को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने हमेशा ही उग्र राजनीति की।


भाजपा में नितिन मलिक को गरम दल का मुखर नेता माना जाता है। हर विषय पर मजबूत पकड़ रखने वाले नितिन मलिक ने राजनैतिक बिसात पर मिले मौके को कभी गंवाया नहीं है। उन्होंने अवसर पैदा किये और उनको जीत में बदलने का जौहर दिखाया।


वर्तमान में भाजपा में युवा मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री के दायित्व को संभाल रहे नितिन मलिक का जन्म बुढ़ाना तहसील के गांव सरनावली निवासी किसान सत्यवीर सिंह मलिक के परिवार में 10 नवम्बर 1982 को हुआ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से स्नातक नितिन मलिक ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से सिविल ऐविएशन में डिप्लोमा प्राप्त किया। एनआईआईटी से नेटवर्क कम्प्यूटिंग में ऑनर्स नितिन मलिक शुरूआत से अपने क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिए जुटे रहे। उन्होंने युवा अवस्था में ही क्षेत्र में ग्रामीणों के साथ ही किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए संघर्ष शुरू किया। इसके लिए उनको राजनैतिक प्लेटफार्म पर मजबूत पकड़ बनाने के लिए विचार आया तो वह छात्र जीवन से ही सक्रिय हो गये।


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् में रहते हुए उन्होंने छात्रों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया और सक्रिय राजनीति करते हुए खुद को स्थापित किया। उनके कामकाज को देखते हुए परिषद् में उनको प्रांतीय कार्यकारिणी में सदस्य बनाया गया। इसके बाद वह भाजपा में जुड़ते चले गये।


2006 से 2009 नितिन मलिक जिला संयोजक व जिला कार्यकारिणी में रहे। 2009 में उनको भाजपा युवा मोर्चा में जिला महामंत्री बनाया गया। 2012 तक इस पद पर रहने के बाद नितिन मलिक को हाईकमान ने प्रमोट किया और वह वर्तमान में भाजयुमो पश्चिमी उत्तर प्रदेश संगठन में क्षेत्रीय मंत्री का दायित्व निभा रहे हैं। युवाओं को संगठन से जोड़कर उन्होंने मुजफ्फरनगर में भाजपा को मजबूत बनाने का काम किया। भाजपा में रहते हुए उन्होंने उग्र आंदोलन में भी भरपूर हिस्सेदारी की। उनकी भाषण शैली पार्टी में चर्चाओं में रहती है। हर विषय पर उनकी पकड़ ने उनको पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच भी मशहूर कर दिया। अल्प समय में ही नितिन मलिक अपनी मेहनत और संघर्ष के बूते पार्टी में एक बड़ा चेहरा बन गये।


नितिन मलिक का परिवार सामाजिक रूप से काफी प्रतिष्ठित रहा है। ग्राम सरनावती में 17 सालों से उनके परिवार के पास ही प्रधानी रही। उनके ताऊ स्व. जयकुमार मलिक और चौधरी ओमकार मलिक लगातार प्रधान निर्वाचित हुए। उनके दादा चौधरी दिलावर सिंह मुखिया रहे। वह गन्ना सोसायटी बुढ़ाना के पूर्व डायरेक्टर और जनता इण्टर काॅलेज लिसाढ़ के निर्विरोध प्रबंधक निर्वाचित रहे। आज भी उनके घर का पता मुखिया निवास से ही प्रसिद्ध है।

2015 में राजनैतिक रूप से हुए स्थापित, दिग्गज को मात दे पत्नी को जिताया


नितिन मलिक को पार्टी से जो भी अवसर मिला, उसको उन्होंने गंवाया नहीं बल्कि इन अवसरों को उन्होंने चुनौती के साथ स्वीकार करते हुए उनके सहारे जीत के नये रास्ते खोलने का काम किया। साल 2015 के जिला पंचायत चुनाव में वार्ड 21 से नितिन मलिक ने भाजपा से टिकट मांगा। नितिन मलिक ने पार्टी से टिकट लेकर अपनी पत्नी अंजलि मलिक को चुनाव लड़ाया। अंजलि के सामने राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेता और दो बार से विजयी होकर जिला पंचायत अध्यक्ष बनने वाले तरसपाल मलिक के प्रत्याशी होने के बावजूद भी नितिन ने हिम्मत नहीं हारी। दिग्गज नेता के सामने ही उन्होंने अपना पहला चुनाव लड़ा और राजनैतिक स्तर पर विरोधी के सामने नौसीखिया कहे जाने वाले नितिन मलिक अपनी पत्नी को बड़ी जीत दिलाने में कामयाब रहे। इस जीत ने नितिन को भाजपा में और मजबूती प्रदान की और उनके चुनाव प्रबंधन को पार्टी हाईकमान ने भी सराहा। इस चुनाव में अंजलि मलिक 9,500 वोट लेकर विजयी रही।

नितिन मलिक जिला पंचायत के चुनाव के बाद क्षेत्र में विकास के लिए जुट गये। इसके बाद उन्होंने साल 2017 में बुढ़ाना विधानसभा सीट से चुनाव में भाजपा हाईकमान के सामने अपनी मजबूत दावेदारी पेश करते हुए टिकट मांगा, लेकिन हाईकमान ने उनके मैनेजमेंट को देखते हुए उनको संगठन के लिए काम करने की जिम्मेदारी सौंपी। इस चुनाव में उन्होंने पार्टी के प्रत्याशी की जीत के लिए काम किया और इसमें कामयाब रहे। नितिन मलिक ने पार्टी के प्रत्येक कार्यक्रम में प्रमुख तौर पर राजनैतिक सहभागिता की। यूपी में सत्ता परिवर्तन के संकल्प के साथ भाजपा द्वारा शुरू की गयी जन स्वाभिमान यात्रा 2011 नितिन मलिक ने अपने नेतृत्व में क्षेत्र में 800 बाइकों के काफिले के साथ जबरदस्त स्वागत किया। गंगा समग्र यात्रा 2012 के लिए उनको जिला मीडिया प्रभारी बनाया गया। लोकसभा चुनाव 2014 में लोकसभा संयोजक का दायित्व निभाते हुए भाजपा प्रत्याशी की जीत के लिए अपना कुशल मैनेजमेंट किया। सहारनपुर में हुई नितिन गडकरी की जनसभा के लिए उनको जिला प्रमुख बनाया गया तो गन्ना किसान महापंचायत मुजफ्फरनगर में वह मीडिया प्रभारी का दायित्व निभाने के लिए जुटे रहे।

बैडमिन्टन कोर्ट से राजनैतिक मंच तक

नितिन मलिक आज राजनैतिक स्तर पर एक मजबूत और मशहूर चेहरा बने नजर आते हैं। राजनैतिक मंच पर वह जितने सशक्त वक्ता दिखते हैं, बैडमिन्टन कोर्ट पर उतने ही बेहतरीन खिलाड़ी भी हैं। वह चौधरी चरण सिंह अन्तरविश्वविद्यालय बैडमिन्टन एकल प्रतियोगिता के विजेता रहे। बैडमिन्टन कोर्ट के खतरनाक अंडरआर्म डिफेन्स स्ट्रोक का प्रदर्शन उन्होंने राजनैतिक मंच पर भी बखूबी किया और नीचे से ऊपर तक पहुंचे। इसमें उनका संघर्ष भी काफी काम आया।


नितिन मलिक ने अपने क्षेत्र में 20 ग्राम सभाओं के अन्तर्गत बिजली से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए नये परिवर्तक लगवाये। अफसरों का घेराव करते हुए पीडब्ल्यूडी के माध्यम से अलग अलग 8 ग्रामों की मुख्य सड़कों पर लेपन कार्य कराया। स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए करीब 15 ग्रामों में सैंकड़ों हैण्डपम्प लगवाये। क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों को सरकारी राहत कोष से पिछले 4 वर्षों में आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी। दो दर्जन से ज्यादा ग्रामों में विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया। बिजली आपूर्ति सुचारू और सुनिश्चित बनाने के लिए एम.डी. पश्चिमांचल विद्युत वितरण लि. से बुढ़ाना क्षेत्र में डबल गु्रप सप्लाई की स्वीकृति दिलाने का काम किया।

नितिन मलिक राजनैतिक रूप से जहां भाजपा के कर्मठ सिपाही बने हैं, वहीं वह समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। एनजीओ सृष्टि फाउण्डेशन के वह अध्यक्ष होने के कारण अनेक सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। नितिन मलिक शहीद भगत सिंह खेल प्रतियोगिता के सचिव हैं तो सरहद को प्रणाम (बांग्लादेश बाॅर्डर) के सदस्य हैं। उनको विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा अनेक भव्य आयोजनों के दौरान पुरस्कृत और सम्मानित किया जा चुका है।


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