मुख्यमंत्री ने सोनभद्र में 35 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 11 परियोजनाओं का किया शिलान्यास

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद सोनभद्र में लगभग 3 अरब 40 लाख रुपए लागत की 35 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 11 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने जनपद के ग्राम उम्भा में 281 लाभार्थियों को कुल 852 बीघा भूमि के पट्टों का आवंटन प्रमाण-पत्र प्रदान किया। इसके अलावा, उन्होंने ग्राम उम्भा में 292 परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत लाभान्वित किया। इस अवसर पर ग्यारह मृतकों के आश्रितों को 18 लाख 50 हजार की दर से सहायता राशि और उनके परिवार के लिए निराश्रित महिला पेंशन तथा 20 घायलों को 6 लाख रुपए की दर से सहायता राशि भी प्रदान की गयी।


मुख्यमंत्री ने अपने पिछले जनपद भ्रमण के दौरान ग्राम उम्भा में पुलिस चैकी एवं पं0 दीन दयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति आवासीय (बालिका) विद्यालय की स्थापना की घोषणा की थी। आज उन्होंने इन घोषणाओं की प्रगति का अवलोकन भी किया। उन्होंने ग्राम उम्भा में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत के अन्तर्गत 510 एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अन्तर्गत 201 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड प्रदान किए। उन्होंने ग्राम उम्भा में समस्त घरों के विद्युतीकरण कार्य की प्रगति का जायजा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ग्राम उम्भा के पहाड़ी टोला में 23 लाख 54 हजार रुपए की लागत से सौर ऊर्जा आधारित मिनी पेयजल योजना के कार्य का शुभारम्भ भी किया। उन्होंने ग्राम उम्भा के समस्त पात्र परिवारों को राशन कार्ड प्रदान किए तथा दिव्यांगों को पेंशन प्रमाण-पत्र वितरित किए। इस अवसर पर दिव्यांग व्यक्तियों को सहायक उपकरण भी वितरित किये गये। ग्राम उम्भा में 88 नये लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन भी स्वीकृत की गयी। इस मौके पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उम्भा गांव में गत 17 जुलाई , 2019 को जो दर्दनाक घटना घटित हुई उसके लिए उन्हें बहुत दुःख है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद वे स्वयं गांव आए थे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश उच्चाधिकारियों को दिए थे। पीडित परिवारों को मदद का भरोसा भी दिया था। सोनभद्र जनपद की अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग तथा सामान्य जाति की भलाई के लिए प्रदेश सरकार सब कुछ कर रही है ।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उम्भा गांव में जो घटना घटी, वह 1952 से 1955 की तत्कालीन कांग्रेस सरकार की देन है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने प्रदेश की जनता की भलाई के लिए कुछ भी नहीं किया। गरीबों का हक दिलाने का काम वर्तमान केन्द्र व प्रदेश सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने असमाजिक तत्वों को सत्ता का संरक्षण देकर जनपद के गरीब, आदिवासियों की एक लाख बीघे से ज्यादा जमीनों को हड़प लिया। पिछली सरकारों ने आदिवासियांे, वनवासियों को जमीन के मालिकाना हक से वंचित किया है, उनका हक वर्तमान सरकार दिलायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उम्भा गांव के प्रकरण सहित जनपद के सभी क्षेत्रों की जमीनों की जांच करायी जा रही है। जांच रिपोर्ट आते ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि उम्भा गांव की घटना की एस0आई0टी0 टीम द्वारा जांच की जा रही है, रिपोर्ट प्राप्त होते ही सख्त से सख्त कार्रवाई कर दोषियों को दण्डित किया जायेगा। गरीबों की जमीन हड़पने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा। वर्तमान सरकार गरीबों को उनका मालिकाना हक दिलायेगी। वर्ष-1952 से 1955 की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के गलत कार्यों को वर्तमान सरकार हर हाल में ठीक करके ही रहेगी।


योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र को ऊर्जा की राजधानी की संज्ञा देते हुए कहा कि यहां प्राकृतिक सम्पदाओं की भरमार है। देश के अति पिछड़े 115 जनपदों की सूची में उत्तर प्रदेश के 8 जनपद शामिल हैं। इस सूची में सोनभद्र भी शामिल है। उन्होंने कहा कि सोनभद्र का चहमुखी विकास करके इसे विकसित जनपदों की श्रेणी में लाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सोनभद्र जनपद के पात्र भूमिहीन परिवारों को जमीन का पट्टा व अन्य लाभ मिलना सुनिश्चित करेगी ताकि वे भी विकास की मुख्यधारा में आ सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद सोनभद्र में ओबरा तहसील के सृजन, कोन व करमा ब्लाक का सृजन, पं0 दीन दयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति विद्यालय की स्थापना, जनपद की तीनों तहसीलों में कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना के सम्बन्ध में जिला प्रशासन ने काफी कार्य किया है। यह सभी कार्य शीघ्र ही पूरे होंगे।


इस अवसर पर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार ) सतीश द्विवेदी, जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लाभार्थीगण मौजूद थे।

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