सीएम के शहर में ट्रेफिक सुधारने में जुटे है एसपी आदित्य प्रकाश वर्मा

सीएम के शहर में ट्रेफिक सुधारने में जुटे है एसपी आदित्य प्रकाश वर्मा
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गोरखपुर। मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में यातायात को दुरूस्त रखने का जिम्मा सम्भाल रहे जनपद के एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा की कार्यशैली अद्वितीय है। कभी वे बैरियर पर पान की पीक को साफ करने के लिए खुद ही गीला कपड़ा लेकर जुट जाते हैं और लोगों को साफ-सफाई का संदेश देते हुए गंदगी नहीं करने की नसीहत देते हैं तो कभी स्कूलों में जाकर बच्चों को ट्रैफिक के नियम बताते हुए उनसे इन नियमों को अपने अभिभावकों को बताने की अपील भी करते हैं, कभी वे पहली बार यातायात नियम तोड़ने वालों को प्यार से अगली बार नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी देकर छोड़ देते हैं। वे बार-बार यातायात नियमों को जानबूझकर तोड़ने वालों को माफ भी नहीं करते और उनका चालान काटकर उनसे शमनशुल्क भी वसूल करते हैं।



पुलिस अधीक्षक यातायात आदित्य प्रकाश वर्मा ने 11 जून 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का गृहजनपद होने के नाते वीवीआईपी की श्रेणी में शुमार गोरखपुर में एसपी ट्रैफिक का पदभार सम्भालने के बाद 1 जनवरी 2018 से 31 जुलाई 2018 तक 12,021 चालान काटे और 2617850 रूपये शमनशुल्क के रूप में वसूले, 2019 में इसी अवधि में उन्होंने विशेष अभियान चलाकर लगभग चार गुना 46085 चालान काटे और लगभग तीन गुना 6541800 रूपया शमनशुल्क वसूला। इससे पूर्व इसी अवधि में 2016 व 2017 में क्रमशः 13434 व 11555 चालान काटे और क्रमशः 1355100 व 1789800 रूपये शमन शुल्क के रूप में वसूले गये थे। बतौर एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा ने होमगॉर्ड्स को कैप का वितरण और किसी भी होमगार्ड के रिटायर होने पर फेयरवेल की परम्परा को बढ़ावा दिया। इसके साथ उन्होंने अच्छा कार्य करने वाले होमगार्ड को सम्मानित करने की परम्परा भी शुरू की है। आदित्य प्रकाश वर्मा ने ऑटो चालकों का ब्लडग्रुप चैक कराकर यातायात उन्हें पुलिस का विशेष परिचय पत्र देने की योजना को भी अमली जामा पहनाया है। इसके साथ ही उन्होंने ऑटो चालकों को निशुल्क वर्दी वितरण भी कराया है।




ट्रेड टैक्स विभाग की नौकरी छोड़कर पुलिस की नौकरी में आये 1991 बैच के पीपीएस अफसर आदित्य प्रकाश वर्मा पूर्व में आईडीबीआई व सिड़बी में प्रबन्धक के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। कानपुर के मूल निवासी आदित्य प्रकाश वर्मा का प्रचलित नाम राजू है और इस नाम के अनुसार उनका मिजाज भी है। उन्होंने बीएससी मैथ व फिजिक्स से करने के बाद टैक्सटाईल टैक्नोलाॅजी में एमटैक की डिग्री व मार्केटिंग मैनेजमैंट में पीजी डिप्लोमा भी प्राप्त कर रखा है। आदित्य प्रकाश वर्मा को अभी तक वडा.एसएन सुब्बाराव अवार्ड 2018, रनबीर हुड्डा अवार्ड 2018 प्राप्त हो चुका है। वे गांधी पीस फाउंडेशन के लाईफ मैम्बर भी हैं।




बता दें कि गोरखपुर के एसपी ट्रैफिक आदित्य वर्मा यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जाने जाते हैं। वे आमजन से लेकर आटो रिक्शा व वीआईपी वाहन चालकों को भी यातायात के नियमों का पालन करने की सीख देते रहते हैं, लेकिन यातायात के नियम समझाने का उनका तरीका थोड़ा अलग है। वे कभी गुलाब का फूल बांटने निकल पड़ते हैं, तो कभी हेलमेट नहीं पहने लोगों को चैकिंग अभियान के दौरान चालान काटने की बजाय निःशुल्क हेलमेट देकर यातायात के नियमों का पालन करने की सीख देते हैं। कभी एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा स्कूल-कालेजों में ट्रैफिक पर क्लास आयोजित करके छात्र-छात्राओं को उन्होंने यातायात नियमों की जानकारी देते है और खुद पालन करने के साथ मम्मी-पापा से भी पालन कराने का अनुरोध करते हैं। एसपी ट्रैफिक का कहना है कि बच्चे ही देश के भविष्य हैं। उन्होंने छात्रों से कई बार कहा है कि आप लोग खुद यातायात नियमों के बारे में जाने और अपने अभिभावकों, मित्रों व पड़ोसियों को इन नियमों के बारे में बताएं और पापा से कहें वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें, चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि आप लोग गाड़ी पर बैठे और इन नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो तुरंत टोक दें। गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग ना करें, रेड सिग्नल होने पर गाड़ी को रोक दें, ओवरटेक कर आगे ना चलें।





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