राज्यपाल के सामने लगे मुर्दाबाद के नारे- अभिभाषण पूरा नहीं कर पाए...

राज्यपाल के सामने लगे मुर्दाबाद के नारे- अभिभाषण पूरा नहीं कर पाए...

चंडीगढ़। किसानों के दिल्ली कूच आंदोलन के दौरान पुलिस द्वारा चलाई गई गोली की चपेट में आकर हुई किसान शुभकरण की मौत के मामले को लेकर विधानसभा के भीतर हंगामा हो गया। विपक्ष की ओर से हरियाणा के मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री के अलावा अंबाला के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग उठाई गई। विधानसभा के भीतर हुआ हंगामा इतना विकराल रहा कि राज्यपाल अपना अभिभाषण भी पूरा नहीं पढ़ पाए।

शुक्रवार को पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन ही सदन के भीतर विपक्ष की ओर से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, गृहमंत्री अनिल विज एवं अंबाला के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर हंगामा कर दिया गया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजा वडिंग एवं प्रताप सिंह बाजवा ने किसान आंदोलन के दौरान हुई शुभकरण की मौत को लेकर पंजाब सरकार की घेराबंदी करते हुए विपक्ष की ओर से जीरो एफआईआर दर्ज करने का मुद्दा उठाया और सरकार से इसे लेकर जवाब मांगा।

दोनों नेताओं ने राज्यपाल से कहा कि अभिभाषण शुरू होने से पहले विधानसभा के भीतर किसान शुभकरण की मौत को लेकर पहले 2 मिनट का मौन रखा जाए। इस पर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि यह बहस का मुद्दा नहीं है, पहले मुझे अपना अभिभाषण पूरा कर लेने दो उसके बाद बहस के दौरान आप सभी लोग इसमें भाग ले सकते हैं।

लेकिन कांग्रेस के नेता अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा एवं सुखपाल सिंह खेरा समेत सभी कांग्रेस विधायक किसान शुभकरण सिंह को श्रद्धांजलि देने की बात पर डटे रहे। हंगामा इस कदर हुआ कि राज्यपाल अपना अभिभाषण भी पूरा नहीं कर सके और उन्होंने बस पहली और आखरी लाइन पड़ी और अपने अभिभाषण को समाप्त कर दिया।

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